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सोमवार, 21 सितंबर 2020

स्मरण शक्ति बढ़ाने के उपाय,दिमाग तेज कैसे करें Ways to increase memory

आज के इस आधुनिक युग  में हर  व्यक्ति दूसरो से आगे निकलना चाहता है, लेकिन  इसके लिए आपका मस्तिष्क भी दूसरो की अपेक्षा काफी अधिक बलवान  होना चाहिए अर्थात जीवन में आगे बढऩे के लिए तेज दिमाग होना बहुत ही  आवश्यक है । यदि आपकी बुद्धि तेज  है, तो आप किसी भी बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान सरलता से कर सकते हैं | चाणक्य और महान वैज्ञानिक  आइंस्टीन आदि कोई विशेष दिमाग लेकर पैदा नहीं हुए थे, उनमें और साधारण मनुष्यों में यह अंतर था, कि वह अपने दिमाग को अन्य लोगो से अधिक प्रयोग करना जानते थे | यदि आप भी अपना दिमाग अन्य व्यक्तियों से ज्यादा   तेज करना चाहते है, तो आप इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ते रहिये | 

अपनें दिमाग को बेहतर बनानें के लिए आपको मानसिक रूप से स्वास्थ रहना अत्यंत आवश्यक है | इसके लिए आप यह उपाय कर सकते है

स्मरण शक्ति बढ़ाने के उपाय,दिमाग तेज कैसे करें

प्राणायाम
 

प्राणायाम एक योग है , यह केवल आपके दिमाग को ही तेज नहीं करता  अपितु ये आपके शरीर से कई सारे  रोगो का नाश   करता है ,योग  से आपके शरीर का शुद्धिकरण होता है ,योग करने  से आपके माइंड को पर्याप्त रक्त और  ऑक्सीजन मिलता  है   रोज सुबह  उठ कर काम  कम से कम 20 मिनट प्राणायाम करे आप देखेंगे की कुछ दिन योग करने से आपकी स्मरण शक्ति मजबुत होने लगेगी | 

छिपकली भगाने के घरेलु उपाय

भोजन 

हमारे शरीर को स्वस्थ रखनें के लिए उपयुक्त भोजन की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, क्योंकि एक स्वस्थ शरीर में ही एक स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है, क्योंकि आप जैसा भोजन ग्रहण करते है आपका शरीर भी वैसा परिणाम देता है | दिमाग तेज करने के लिए आप इन वस्तुओ का सेवन करे | 

  • हरी सब्जियों का नियमित सेवन करे, 
  • बादाम का सेवन नियमित करे, यह आपके मेमोरी पॉवर को बढ़ाने में काफी मदद करता है
  • ब्लू बैरीज़ दिमाग की शुद्धि के लिए 
  • ब्रोक्कोली ये ब्रेन यानि के लिए बेस्ट फ़ूड होता है
  • डार्क चोकलेट जो दिमाग में ब्लड फ्लो करने मदद करता है
  • अंडे खाए रोजाना इसमें कई सारे विटामिन्स होते है जो दिमाग तेज करने में मदद करते है
  • दही का सेवन रोज करे 

चुकंदर खाने के फायदे और नुकसान

क्या न खाये 

  • अधिक मसालेदार भोजन न करे 
  • स्मोकिंग न करे
  • जंक फ़ूड का प्रयोग अधिक न करे
  • शराब न पिए , क्योंकि आपको पता है इनका सेवन हमारे ब्रेन  की कार्यक्षमता को घटाता है | 

 गाने सुने

क्या आपको पता है की गाने सुनने से भी आपकी दिमाग की कार्यक्षमता बढ़ती है आपने कई बार केयर किया होगा की जब आप अपना मनपसंद गाना सुनते है तो आप अपने आपको बहुत ही ताजा महसूस करते है , क्योंकि आप जब भी अपना मन पसंद गाना सुनते है तो आपका स्ट्रेस कुछ कम होता है | और आपका दिमाग मजबूत होता है | 

दोस्तों पोस्ट कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताये और हाँ शेयर जरूर कर देना 

सोमवार, 14 जनवरी 2019

नींबू का सेवन देता है कई रोगों में राहत(Lemon consumes relief in many diseases.)


नींबू का सेवन कई रोगों में लाभदायक माना जाता है किसी बीमारियों का वैधराज भी कहते है |वैसे तो नींबू सभी के घरो में होता है , लेकिन क्या आपको पता है की नींबू आपके कितने काम आ सकती है |
नींबू   में फाइबर और एसिड है जो पाचन तंत्र दुरुस्त रखते हैं नींबू शरीर में  फूड्स प्रोसेसिंग भी आसान करता   है |
रोज  सुबह एक ग्लास लेमन वाटर पीने से त्वचा में निखार आता है, त्वचा का नेचुरल एंटीसेप्टिक है, एक ग्लास  गुनगुने पानी में नींबू का रस और शहद मिलाकर पिए त्वचा चमकने लगेगी और पिम्पल से निजात  मिलेगी|

नींबू इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है इसमें विटामिन सी है जो शरीर में मौजूद सर्दी और जम्स  को   मार देता है
डिहाइड्रेशन से होने वाले सिरदर्द थकान और सुस्ती को नींबू दूर करता है वर्कआउट करते समय इसलिए लेमन जूस पीने की सलाह दी जाती है|
नींबू से बालों के रोग भी ठीक होते हैं| नींबू बालों का झड़ना रोकता  है, डैंड्रफ में भी है मददगार, नींबू को बाल में लगाने  से बालों का रूखापन दूर होता है और सिर  से डैंड्रफ भी जाता है, अगर आपके  सिर पर डैंड्रफ है तो एक नींबू को काटकर उसका रस एक कप में निचोड़ले  और उसको सिर पर लगाएं 10 मिनट बाद शैंपू से धो लें बालों में चमक आ जाएगी और फिर से डैंड्रफ भी चला जाए जाएगा|

नींबू  के घरेलू उपयोग 

  •  चावल उबालने वक्त या पुलाव बनाते समय  नींबू डालने से चावल  एक दूसरे से चिपकते नहीं है| 
  • कपड़े के जिद्दी दाग को भी निकालने में मददगार है नींबू|
  • सलाद में नींबू डालने से सलाद ताजा रहता है और सलाद का स्वाद भी बढ़ाते हैं|
  • अगर आपके घर में मकड़ी ज्यादा है तो नींबू के रस को पानी में घोलकर के जहां जहां पर मकड़ी ज्यादा है वहां पर छिड़कने से मकड़ी दूर भाग जाती है|
  • घर में पोछा लगाते वक्त नींबू का उपयोग करने से कीटाणु का सफाया होता है, और फ़र्स में  लगे दाग भी जाते हैं

गुरुवार, 16 अगस्त 2018

चुकंदर खाने के फायदे और नुकसान (chukandar khane ke fayde aur nukshan)


नमस्कार दोस्तों मैं आप सभी का  दोस्त उपस्थित हूं आप सभी की सेवा में एक बेहद ही महत्वपूर्ण जानकारी को लेकर के क्या आप जानते हैं इस लाल रंग के फल से शरीर को कितने फायदे मिलते हैं चुकंदर खाने का तरीका सब्जी के रूप में किया जाता है ,इसके अलावा चुकंदर के जूस को नींबू संतरे सेब  इत्यादि के जूस के साथ मिलाकर भी किया जा सकता है यह लाल रंग का होता है इसीलिए कई लोग इसे खून बढ़ाने वाला फल भी मानते हैं इसमें सोडियम,पोटेशियम, फास्फोरस, कैल्शियम, सल्फर, क्लोरीन, आयोडीन, आयरन, विटामिन बी1, बी2, और सी  उचित मात्रा में पाया जाता है इस में उपस्थित फोलिक एसिड गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद होता है, चुकंदर के पत्तों में भी आयरन, कैल्शियम, और विटामिन सी  जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमें कई बीमारियों से बचाते हैं | चुकंदर के पत्तों का सेवन करने से हमारे शरीर में कभी भी खून की कमी नहीं होगी, यह सेहत के साथ-साथ सौंदर्य के लिए भी लाभदायक है, प्रतिदिन एक कप चुकंदर के पत्तों का जूस पीने से आपको कोई भी बीमारी नहीं होगी, चुकंदर की तासीर ठंडी होती है, चलिए  चुकंदर खाने के फायदे को जानते हैं, सबसे पहले

चुकंदर के फायदे एनीमिया रोग में - चुकंदर का उपयोग हमारे शरीर में खून बढ़ाने के बहुत उपयोगी होता है चुकंदर में आयरन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जिसके कारण यह लाल रक्त कोशिकाओं को सक्रिय और शरीर में इसकी संख्या बढ़ाने में मदद करता है यह एनीमिया रोग में बहुत ही उपयोगी होता है इसके सेवन से हमारे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है ,
इसके अलावा चुकंदर के लाभ

दिमाग के लिए - चुकंदर में पोलिंग नामक पोषक तत्व होता है जो हमारी याद रखने की क्षमता को बढ़ाता है और याददाश्त को तेज रखने में हमारी मदद करता है, चुकंदर का उपयोग हमारे दिमाग में ऑक्सीजन के प्रवाह को बनाए रखता है जिससे दिमाग में रक्त का संचार सुचारु रुप से होता है इससे पागलपन के दौरे को भी खत्म करने में भी मदद मिलती है,
चुकंदर की सब्जी के लाभ

मधुमेह रोग के लिए - मधुमेह रोग से पीड़ित व्यक्तियों के लिए चुकंदर बहुत ही लाभदायक होता है इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट रक्त में शक्कर के स्तर को बढ़ने से रोकते हैं चुकंदर हमारे शरीर के इन्सुलिनसेबिटी   को रोकता है और ऑक्सीडेटिव तनाव को दूर करता है इस तरह से चुकंदर मधुमेह रोगी के लिए लाभदायक होता है

 प्रेग्नेंसी  - चुकंदर में अच्छी मात्रा में फोलिक एसिड होती  है ,यह पोषक तत्व गर्भवती महिलाओं और उनके गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए महत्वपूर्ण होता है चुकंदर के सेवन से गर्भ में पल रहे बच्चे के स्पाइनल कार्ड के निर्माण में मदद मिलती है चुकंदर का सेवन गर्भवती महिलाओं को अतिरिक्त ऊर्जा प्रदान करता है

हृदय रोग - चुकंदर के जूस के फायदे आपको हृदय रोग में भी मिलेंगे चुकंदर में पाया जाने वाला नाइट्रेट नामक रसायन रक्त के दबाव को कम करता है और इसमें मौजूद प्रोटीन नामक तत्व रक्त को जमने से रोकता है इस तरह चुकंदर दिल से संबंधित बीमारियों को दूर करने में मदद करता है चुकंदर के जूस को पीने से हाइपरटेंशन और हार्ट अटैक जैसी बीमारियां दूर होती है

मंगलवार, 22 मई 2018

चेहरे के पिम्पल ,कालापन,झुर्रियां ऑयली त्वचा व सभी प्रकार के समस्याओ का एक ही समाधान

नमस्कार दोस्तों आज मैं आप लोगों को एक ऐसी आयुर्वेदिक फार्मूला के बारे में बताने जा रहा हूं जिसको आपने पहले शायद ही सुना होगा, कुछ लोगो के चेहरे बचपन से काले या सावले होते है तो कुछ लोगो के चेरे पर धुप व प्रदुषण के कारण चेहरे पर कई सारे समस्या उत्पन्न हो जाती है जैसे की चेहरे में झुर्रियां आँखों में काले घेरे चेहरे का संवलापन चेहरे के दाग आदि , दोस्तों आजकल लोगो के चेहरे में कई साडी समस्याए उत्पन्न हो रही है , इसके इलाज के लिए टीवी अखबारों में कई क्रीम व दवाइयों के आकर्षक विज्ञापन चलाये जाते है लोग इससे आकर्षित होकर उसे इस्तेमाल करना शुरू कर देते है कुछ दिन इस्तमाल करने पर भी कोई फर्क नहीं पड़ता तो कोई और आकर्षक विज्ञापन की ओर आकर्षित हो जाते है और तरह तरह के क्रीम इस्तेमाल करके छोटे से समस्या बड़ा को रूप दे बैठते है क्योंकि इसमें हमारे चेहरे को नुकसान करने वाले कई घटक रसायन का मिश्रण होता है  लेकिन दोस्तों मै  ऐसा नहीं कह रहा हूँ की यह क्रीम फायदा नहीं देती फायदा तो देती है पर हर किसी को नहीं क्योंकि हर किसी की त्वचा अलग अलग होती है जिसके कारण हर 100 लोगो में से मुश्किल से 2 से 3 लोगो को ही पूर्ण फायदा मिलता है बाकि लोगो की तो चार दिन की चांदनी बाद में अँधेरी रात जैसी कहानी रहती है    इसलिए लोगो को ज्यादातर आयुर्वेदिक प्राकृतिक तरीको को ही अपनाना चाहिए, चेहरे के पिम्पल दाग धब्बे को हटाकर चेहरे को नया आकर्षण देने के लिए आयुर्वेद में सदियों से एक ऐसे औषधि का इस्तेमाल किया जाता रहा है जिसके बारे में हर किसी को नहीं पता जिसे कुम्कुमादी तेल के नाम से जाना जाता है , कुम्कुमादी तेल में केसर ,चन्दन,मुलेठी,बेल जैसे 20 से भी अधिक आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों से मिलकर बनाया गया है ,   दोस्तों यह एक फेस मसाज आयल है जो की Antibacterial , Antioxidant, Ati hyperpigmentation से भरपूर है और यह हमारे त्वचा को लम्बे समय तब खुबसूरत व् नर्म बनाये रखने में मदद करता है  दोस्तों यह तेल किसी आयुर्वेदिक दुकान या कंसारी की दुकान पर मिल जायेगा , अगर नहीं मिल पाए तो आप ऑनलाइन भी आर्डर कर सकते है   तो दोस्तों आप सोंच  रहे होंगे की तेल तो बालो   के लिए होता है पर यहाँ पर  चेहरे में  लगाने के लिए बोल रहे है , दोस्तों आप बिलकुल सही पढ़ रहे है , यह तेल चेहरे में लगाने के लिए ही है लेकिन इसको हर अलग  अलग समस्याओ के लिए अलग अलग तरीके से इस्तेमाल करना होगा |

आँखों के काले घेरे  कुम्कुमादी तेल में केसर की मात्रा अधिक होता है जो आँखों के काले घेरे को तेजी से ठीक करने में मदद करता है इसका इस्तेमाल रात को सोने से पहले करे , रोजाना रात को चेहरे को पानी से अच्छी  तरह से धोने के बाद कुम्कुमादी तेल की 4 - 5 बूंद ऊँगली से हलकी मसाज करे आप इसे 5-10 मिनट तक कर सकते है जिससे आपको 3 दिनों में ही फर्क नजर आ जायेगा |

चेहरे का कालापन - रात को सोने से पहले कुम्कुमादी तेल की 8 से 10 बूंद अलोवेरा या नारियल तेल के साथ मिलाकर 10 से 15 मिनट तक मसाज करे और रात भर चेहरे पर लगा रहने दे और सुबह साफ़ पानी से अची तरह धो ले 5 से 6 दिन इस्तेमाल के बाद आपके चेहरे पर प्राकृतिक गोरापन नजर आने लगेगा

चेहरे में झाइयां  - चेहरे की झाइयाँ हमारे चेहरे से जुडी जिद्दी समस्याओ में से एक है जो की एक बार होने के बाद पुरे चेहरे में फ़ैल जाती है और खत्म होने का नाम ही नहीं लेती इस समस्या के समाधान के लिए आप कुम्कुमादी तेल की 4 - 5 बूंद ऊँगली से हलकी मसाज करे और रात भर लगा रहने दे , जिससे यह कुछ दिनों में आपको ठिक होते नज़र आ जायेंगे |

चेहरे के पिम्पल - कुम्कुमादी तेल में एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते है जो की हमरे चेहरे में होने वाले दाग धब्बो और पिम्पल के लिए काफी फायदेमंद है पिम्पल के लिए आप कुम्कुमादी तेल को टी ट्री आयल के सात 4 -5 बूंद नारियल तेल को मिलकर 10 से 15 मिनट तक मसाज करे और रात भर लगा रहने दे सुबह आप चेहरे को अची तरह से धो ले कुछ दिनों के इस्तेमाल के बाद आपके चेहरे से पिम्पल व उनके दाग दूर हो जायेंगे व् आपकी त्वचा पर प्राकृतिक निखार  दिखने लगेगा |

धुप से हुए कालेपन - अक्सर कई लोगो का शरीर धुप में काम  करने के कारण काला पद जाता है , कुम्कुमादी तेल से आप इस समस्या से भी निजात पा  सकते है   कुम्कुमादी तेल की 10 - 15 बुँदे  नारियल तेल में  मिलाकर  10 से 15 मिनट तक आप अपने गर्दन,हाथ, चेहरे व् जहाँ भी धुप के कारण कालापन हुआ हो वहा मसाज करे सुबह साफ़ पानी से धो ले ,,..

याद रहे आप जब कभी भी इस तेल का इस्तेमाल करे तो रात में ही करे क्योंकि यह तेल रात में ही अच्छे  से तेज गति के साथ काम करता है जिससे की आपको आपकी सभी समस्याओ में जल्द ही आराम मिलने लगेगा



शनिवार, 7 अक्तूबर 2017

agar chehre me chamak badhana hai to upyog me laye anar


anar sehat ke liye faydemand hai ye to aap sabhi jante hai lekin kya aap ye jante hai ki anar se hamare chehre me chamak aur sundarta badhti hai, prakritik aur aayurved tariko se tvacha ki dekh bhal karne vale saundarya prasadhano ke nirmatao ke anushar anar me maujud entioxident umra badhne ke kuprabhao se bachata hai , anar me powerfull entioxident hota hai jo badhti umra me tvacha ko poshan deta hai , aur chehre ke jhurriyon se bachata hai aur sehat ke drishti se bhi labh dayak hota hai , anar ke bijo ko tvacha ki skrubing ke liye upyog kiya jata hai... market  me kai aise saundarya prasadhan hai jisme anar  mishrit hote hai chahe to wo aap upyog me la sakte hai, chahe to aap niche diye scrub ko kharid sakte hai , aur yah bahut hi prabhavi hai...

रविवार, 3 जुलाई 2016

नहीं पीना चाहिए कोल्ड्रिंक, क्योंकि इसमें मिले होते है घातक केमिकल्स(colddrink should not drink, because it has met the deadly chemicals)

Why don’t use Soft drink (Cold drink)? : Information In Hindi – वर्तमान समय में कोल्ड ड्रिंक (सॉफ्ट ड्रिंक) का उपयोग पानी की तरह होने लगा है। हाल ही में एक शोध से पता चला है कि साफ्ट ड्रिंक पीने से आपकी हड्डियां कमजोर हो सकती हैं, दिल, मोटापा और मधुमेह की घातक बीमारी भी हो सकती है। बहुत से लोग बस यही जानते हैं कि कोल्‍ड्रिंक में केवल ढेर सारी शक्‍कर और एसिड मिला होता है। पर उन्‍हें यह नहीं पता कि इसमें सोडियम बेंजोएट और पारा भी मिक्‍स किया जाता है, जिसके नियमित सेवन से शरीर में तरह-तरह की बीमारियां हो सकती हैं। आइये जानते हैं कि कोल्‍ड्रिंक में और क्‍या क्‍या घातक चीज़ें पड़ी होती हैं!

1. मरकरी (Mercury)-
झाग  निकलने वाली इस कोल्‍ड्रिंक में कॉर्न सिरप, अत्यधिक मात्रा में विषाक्त धातु और पारा पाया गया है। नियमित रूप से कोल्‍ड्रिंक पीने पर शरीर को बाद में काफी नुकसान झेलना पड़ सकता है।
2. सोडियम बेंजोएट (Sodium Benzoate)-
यह एक प्रिजर्वेटिव है जो खाने को लंबे समय तक ताजा बनाए रखने के लिये डाला जाता है। यह कोल्‍ड्रिंक में भी पाया जाता है। लेनिक अभी तक साइंटिस्‍ट ने इस बात पर पुष्‍टी नहीं की है कि यह हमारे लिये हानिकारक है या नहीं।
3. एसपारटेम (Aspartame)-
यह घातक रसायन सोडे को मीठा बनाने के लिये डाला जाता है। इसकी ज्‍यादा मात्रा लेने से चक्‍कर और मतली महससू करवाती है।
4. फॉस्फोरिक एसिड  (Phosphoric Acid)-
सभी जानते हैं कि सोडे में एसिड होता है। फॉस्‍फोरिक एसिड सोडे में तीखा टेस्‍ट पैदा करने के लिये होता है जो कि बहुत हानिकारक होता है। यह आपकी हड्डियों में कैल्‍शियम की कमी पैदा कर सकता है, जिससे हड्डियां कमजोर हो सकती हैं।
5. बिसफेनोल ए (Bisphenol A)-
यह इसालिये खतरनाक है क्‍योंकि इसकी ज्‍यादा मात्रा आपके ध्‍यान में कमी कर देती है और ब्रेन को डैमेज कर देती है। यह महिलाओं के लिये भी खतरनाक है क्‍योंकि इससे उन्‍हें थायरॉइड की समस्‍या हो सकती है।
6. हाई फ्रक्‍टोज सीरप (High Fructose Syrup)-
इस काफी हाई मात्रा में कोल्‍ड्रिंक में मिक्‍स की जाती है। इसके नियमित सेवन से मोटापा, मधुमेह, कैंसर और दिल का रोग हो सकता है।

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बुधवार, 2 दिसंबर 2015

हेल्थ से जुड़े खास बात Health Se jude khas baat

हेल्थ से जुड़े खास बात Health Se jude khas baat




Aurvedic ग्रन्थों के अनुसार  वात 80 प्रकार का होता है और इसी से सामंजस्य रखता हुआ एक और बीमारी है जिसे बाय या वायु कहते हैं। यह 84 प्रकार का होता है। 
यहाँ प्रश्न  यह उठता है कि जब वात और वायु के इतने प्रकार हैं, तो, यह कैसे पता लगाया जाये  कि यह वात बीमारी है या बाय और यह किस प्रकार का है ? यह कठिन Problems है और यही वजह है कि इस disease की उपयुक्त चिकित्सा नहीं हो पाती है, जिसकी वजह से इस disease से पीड़ित 50 प्रतिशत व्यक्ति सदैव परेशान रहते हैं। उन्हें कुछ दिन के लिए इस disease में राहत तो जरूर मिलती है, but पूर्णतया सही नहीं हो पाता है। इस disease की चिकित्सा एलोपैथी के माध्यम से पूर्णतया सम्भव नहीं है, जबकि Ayurved के माध्यम से इसे आज कल 90 प्रतिशत तक जरूर सही हो सकता है, शेष 10 प्रतिशत माँ भगवती जगत जननी की कृपा से ही सम्भव है।
वात रोग लक्षण और समस्यां
       इस disease के वजह body के सभी छोटे-बडे़ जोडो़ं व मांसपेशियों में दर्द व सूजन हो जाया करती है। गठियामें body के एकाध जोड़ में प्रचण्ड पीड़ा के साथ लालिमायुक्त सूजन और बुखार तक बन जाता है। यह disease शराब व मांस प्रेमियों को साधारण मनुष्यों की अपेक्षा जल्दी पकड़ता है। यह धीरे-धीरे body के सभी जोड़ों तक पहुँचता है। संधिवात उम्र बढ़ने के साथ मुख्यतः घुटनों और पैरों के मुख्य जोड़ों को क्रमशः अपनी गिरफ्त में लेता हैं।
      वात रोग की प्रारम्भ धीरे-धीरे होती है। शुरू में morning उठने पर हाथ पैरों के जोडा़ें में कड़ापन महसूस होता है और अंगुलियाँ चलाने में problem होती है। फिर इनमें सूजन व दर्द होने लगता है और अंग-अंग दर्द से ऐंठने लगता है जिसकी वजह से शरीर में थकावट व कमजोरी feel होती है। साथ ही बीमार व्यक्ति चिड़चिड़ा बन जाता है। इस disease की कारण सेे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम पड़ जाती है। इसी के साथ छाती में इन्फेक्शन, खांसी, बुखार तथा अन्य समस्यायें उत्पन्न हो जाया करती है। साथ ही चलना फिरना रुक जाता है।
     इन सबसे खतरनाक कुलंग वात होता है। यह disease कुल्हे, जंघा प्रदेश और समस्त कमर को पकड़ता है और रीढ़ की हड्डी को प्रभावित करता है। इस disease में तीव्र चिलकन (फाटन) जैसा तीव्र दर्द होता है और बीमार व्यक्ति बेचैन हो जाता है, यहाँ तक कि इसमें मृत्यु तुल्य कष्ट होता है। यह disease की सबसे खतरनाक स्टेज होती हैै। इस का बीमार व्यक्ति day and night दर्द से तड़पता रहता है और कुछ Time पश्चात् चलने-फिरने के काबिल भी नहीं रह जाता है। वह पूर्णतया बिस्तर पकड़ लेता है और चिड़चिड़ा बन जाता है।
रोग से छुटकारा
       इस disease से छुटकारा पाने के लिए कुछ असान Ayurvedic नुस्खे और तेल का विवरण नीचे दे रहे हैं, जो पूर्ण परीक्षित योग हैं। ये नुस्खे 90 प्रतिशत रोगियों को लाभ करते हैं। शेष 10 प्रतिशत अपने पिछले कर्मों की कारण से दुख पाते हैं, जिसमें औषधि कार्य नहीं करती। उसमें मात्र माता आदिशक्ति जगत् जननी भगवती दुर्गा जी और पूज्य गुरुदेव जी की कृपा ही बीमारी को दूर कर पाती है। यद्यपि ये नुस्खे परीक्षित हैं, but अपने चिकित्सक की देख रेख में लिजिएंगे तो अधिक अच्छा होगा। औषधि खाने की मात्रा रोग के According कम या अधिक दी जा सकती है।
   एक बात ध्यान रखें कि जो जड़ी-बूटी औषधि रूप में आप सेवन करें, वह पूर्णत: सही और ताजी हो। उसमें कीड़े न लगे हों, अधिक पुरानी न हो और साफ सुथरी हो, उन्ही औषधिइयों के मिश्रण का सेवन करें, लाभ अवश्य होगा।
चन्दसूर 50 grams, मेथी 50 grams, करैल 50 grams, अचमोद  50 grams, इन चारों औषधियों को कूट-के साथ पीस लें और ढक्कन वाले डिब्बे में रख दें। morning breakfast के बाद 1 spoon चूर्ण (Powder) गुनगुने जल के साथ लिजिएं और रात को भोजन के बाद गुनगुने दूध के साथ 1 spoon लिजिएं। यह औषधि भी at least 60 दिन लिजिएं। निश्चय ही आराम मिलता है।