सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

Helth लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैं

स्मरण शक्ति बढ़ाने के उपाय,दिमाग तेज कैसे करें Ways to increase memory

आज के इस आधुनिक युग  में हर  व्यक्ति दूसरो से आगे निकलना चाहता है, लेकिन  इसके लिए आपका मस्तिष्क भी दूसरो की अपेक्षा काफी अधिक बलवान  होना चाहिए अर्थात जीवन में  आगे बढऩे के लिए तेज दिमाग  होना बहुत ही  आवश्यक है । यदि आपकी बुद्धि तेज  है, तो आप किसी भी बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान सरलता से कर सकते हैं | चाणक्य और महान वैज्ञानिक    आइंस्टीन आदि कोई विशेष दिमाग लेकर पैदा नहीं हुए थे, उनमें और साधारण मनुष्यों में यह अंतर था, कि वह अपने दिमाग को अन्य लोगो से अधिक प्रयोग करना जानते थे | यदि आप भी अपना दिमाग अन्य व्यक्तियों से ज्यादा   तेज करना चाहते है, तो आप इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ते रहिये |  अपनें दिमाग को बेहतर बनानें के लिए आपको मानसिक रूप से स्वास्थ रहना अत्यंत आवश्यक है | इसके लिए आप यह उपाय कर सकते है प्राणायाम   प्राणायाम एक योग है , यह केवल आपके दिमाग को ही तेज नहीं करता  अपितु ये आपके शरीर से कई सारे  रोगो का नाश   करता है ,योग  से आपके शरीर ...

नींबू का सेवन देता है कई रोगों में राहत(Lemon consumes relief in many diseases.)

नींबू  का सेवन कई रोगों में लाभदायक माना जाता है किसी बीमारियों का वैधराज भी कहते है |वैसे तो नींबू सभी के घरो में होता है , लेकिन क्या आपको पता है की नींबू आपके कितने काम आ सकती है | नींबू    में फाइबर और एसिड है जो पाचन तंत्र दुरुस्त रखते हैं नींबू शरीर में  फूड्स प्रोसेसिंग भी आसान करता   है | रोज   सुबह एक ग्लास लेमन वाटर पीने से त्वचा में निखार आता है, त्वचा का नेचुरल एंटीसेप्टिक है, एक ग्लास  गुनगुने पानी में नींबू का रस और शहद मिलाकर पिए त्वचा चमकने लगेगी और पिम्पल से निजात  मिलेगी| नींबू  इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है इसमें विटामिन सी है जो शरीर में मौजूद सर्दी और जम्स  को   मार देता है डिहाइड्रेशन  से होने वाले सिरदर्द थकान और सुस्ती को नींबू दूर करता है वर्कआउट करते समय इसलिए लेमन जूस पीने की सलाह दी जाती है| नींबू  से बालों के रोग भी ठीक होते हैं| नींबू बालों का झड़ना रोकता  है, डैंड्रफ में भी है मददगार, नींबू को बाल में लगाने  से बालों का रूखापन दूर होता है और सिर  स...

चुकंदर खाने के फायदे और नुकसान (chukandar khane ke fayde aur nukshan)

नमस्कार दोस्तों मैं आप सभी का  दोस्त उपस्थित हूं आप सभी की सेवा में एक बेहद ही महत्वपूर्ण जानकारी को लेकर के क्या आप जानते हैं इस लाल रंग के फल से शरीर को कितने फायदे मिलते हैं चुकंदर खाने का तरीका सब्जी के रूप में किया जाता है ,इसके अलावा चुकंदर के जूस को नींबू संतरे सेब  इत्यादि के जूस के साथ मिलाकर भी किया जा सकता है यह लाल रंग का होता है इसीलिए कई लोग इसे खून बढ़ाने वाला फल भी मानते हैं इसमें सोडियम,पोटेशियम, फास्फोरस, कैल्शियम, सल्फर, क्लोरीन, आयोडीन, आयरन, विटामिन बी1, बी2, और सी  उचित मात्रा में पाया जाता है इस में उपस्थित फोलिक एसिड गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद होता है, चुकंदर के पत्तों में भी आयरन, कैल्शियम, और विटामिन सी  जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमें कई बीमारियों से बचाते हैं | चुकंदर के पत्तों का सेवन करने से हमारे शरीर में कभी भी खून की कमी नहीं होगी, यह सेहत के साथ-साथ सौंदर्य के लिए भी लाभदायक है, प्रतिदिन एक कप चुकंदर के पत्तों का जूस पीने से आपको कोई भी बीमारी नहीं होगी, चुकंदर की तासीर ठंडी होती है, चलिए  चुकंदर खाने के फायदे को जा...

चेहरे के पिम्पल ,कालापन,झुर्रियां ऑयली त्वचा व सभी प्रकार के समस्याओ का एक ही समाधान

नमस्कार दोस्तों आज मैं आप लोगों को एक ऐसी आयुर्वेदिक फार्मूला के बारे में बताने जा रहा हूं जिसको आपने पहले शायद ही सुना होगा, कुछ लोगो के चेहरे बचपन से काले या सावले होते है तो कुछ लोगो के चेरे पर धुप व प्रदुषण के कारण चेहरे पर कई सारे समस्या उत्पन्न हो जाती है जैसे की चेहरे में झुर्रियां आँखों में काले घेरे चेहरे का संवलापन चेहरे के दाग आदि , दोस्तों आजकल लोगो के चेहरे में कई साडी समस्याए उत्पन्न हो रही है , इसके इलाज के लिए टीवी अखबारों में कई क्रीम व दवाइयों के आकर्षक विज्ञापन चलाये जाते है लोग इससे आकर्षित होकर उसे इस्तेमाल करना शुरू कर देते है कुछ दिन इस्तमाल करने पर भी कोई फर्क नहीं पड़ता तो कोई और आकर्षक विज्ञापन की ओर आकर्षित हो जाते है और तरह तरह के क्रीम इस्तेमाल करके छोटे से समस्या बड़ा को रूप दे बैठते है क्योंकि इसमें हमारे चेहरे को नुकसान करने वाले कई घटक रसायन का मिश्रण होता है  लेकिन दोस्तों मै  ऐसा नहीं कह रहा हूँ की यह क्रीम फायदा नहीं देती फायदा तो देती है पर हर किसी को नहीं क्योंकि हर किसी की त्वचा अलग अलग होती है जिसके कारण हर 100 लोगो में से मुश्किल से 2 ...

agar chehre me chamak badhana hai to upyog me laye anar

anar sehat ke liye faydemand hai ye to aap sabhi jante hai lekin kya aap ye jante hai ki anar se hamare chehre me chamak aur sundarta badhti hai, prakritik aur aayurved tariko se tvacha ki dekh bhal karne vale saundarya prasadhano ke nirmatao ke anushar anar me maujud entioxident umra badhne ke kuprabhao se bachata hai , anar me powerfull entioxident hota hai jo badhti umra me tvacha ko poshan deta hai , aur chehre ke jhurriyon se bachata hai aur sehat ke drishti se bhi labh dayak hota hai , anar ke bijo ko tvacha ki skrubing ke liye upyog kiya jata hai... market  me kai aise saundarya prasadhan hai jisme anar  mishrit hote hai chahe to wo aap upyog me la sakte hai, chahe to aap niche diye scrub ko kharid sakte hai , aur yah bahut hi prabhavi hai...

नहीं पीना चाहिए कोल्ड्रिंक, क्योंकि इसमें मिले होते है घातक केमिकल्स(colddrink should not drink, because it has met the deadly chemicals)

Why don’t use Soft drink (Cold drink)? : Information In Hindi  – वर्तमान समय में कोल्ड ड्रिंक (सॉफ्ट ड्रिंक) का उपयोग पानी की तरह होने लगा है। हाल ही में एक शोध से पता चला है कि साफ्ट ड्रिंक पीने से आपकी हड्डियां कमजोर हो सकती हैं, दिल, मोटापा और मधुमेह की घातक बीमारी भी हो सकती है। बहुत से लोग बस यही जानते हैं कि कोल्‍ड्रिंक में केवल ढेर सारी शक्‍कर और एसिड मिला होता है। पर उन्‍हें यह नहीं पता कि इसमें सोडियम बेंजोएट और पारा भी मिक्‍स किया जाता है, जिसके नियमित सेवन से शरीर में तरह-तरह की बीमारियां हो सकती हैं। आइये जानते हैं कि कोल्‍ड्रिंक में और क्‍या क्‍या घातक चीज़ें पड़ी होती हैं! 1. मरकरी (Mercury)- झाग  निकलने वाली इस कोल्‍ड्रिंक में कॉर्न सिरप, अत्यधिक मात्रा में विषाक्त धातु और पारा पाया गया है। नियमित रूप से कोल्‍ड्रिंक पीने पर शरीर को बाद में काफी नुकसान झेलना पड़ सकता है। 2. सोडियम बेंजोएट (Sodium Benzoate)- यह एक प्रिजर्वेटिव है जो खाने को लंबे समय तक ताजा बनाए रखने के लिये डाला जाता है। यह कोल्‍ड्रिंक में भी पाया जाता है। लेनिक अभी तक साइंटिस्‍...

हेल्थ से जुड़े खास बात Health Se jude khas baat

हेल्थ से जुड़े खास बात Health Se jude khas baat Aurvedic ग्रन्थों के अनुसार  वात 80 प्रकार का होता है और इसी से सामंजस्य रखता हुआ एक और बीमारी है जिसे बाय या वायु कहते हैं। यह 84 प्रकार का होता है।  यहाँ प्रश्न  यह उठता है कि जब वात और वायु के इतने प्रकार हैं, तो, यह कैसे पता लगाया जाये  कि यह वात बीमारी है या बाय और यह किस प्रकार का है ? यह कठिन Problems है और यही वजह है कि इस disease की उपयुक्त  चिकित्सा  नहीं हो पाती है, जिसकी वजह से इस disease से पीड़ित 50 प्रतिशत व्यक्ति सदैव परेशान रहते हैं। उन्हें कुछ दिन के लिए इस disease में राहत तो जरूर मिलती है, but पूर्णतया सही नहीं हो पाता है। इस disease की चिकित्सा एलोपैथी के माध्यम से पूर्णतया सम्भव नहीं है, जबकि Ayurved के माध्यम से इसे आज कल 90 प्रतिशत तक जरूर सही हो सकता है, शेष 10 प्रतिशत माँ भगवती जगत जननी की कृपा से ही सम्भव है। वात रोग लक्षण और समस्यां        इस disease के वजह body के सभी छोटे-बडे़ जोडो़ं व मांसपेशियों में दर्द व सूजन हो जाया करती है।...