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“गधा और शेर – आत्मविश्वास की जीत” The donkey and the lion, victory of self-confidence

  “गधा और शेर – आत्मविश्वास की जीत” बहुत समय पहले की बात है, एक घने जंगल के किनारे एक गाँव था। उस गाँव में एक गधा रहता था जिसका नाम था भोला । भोला साधारण गधा नहीं था। उसका शरीर मजबूत था, लेकिन वह खुद को लेकर हमेशा संकोच में रहता। उसे लगता कि वह किसी काम का नहीं है। लोग उसे आलसी कहते थे, कुछ बच्चे उसे चिढ़ाते भी थे — “अरे गधे, तुझे क्या आता है? तू तो सिर्फ बोझ उठाने के लिए ही बना है।” भोला यह सब सुनकर उदास हो जाता। वह सोचता — “शायद मैं सच में निकम्मा हूँ। मेरे जैसे जानवर की तो कोई कद्र नहीं करता।” उसका आत्मविश्वास दिन-ब-दिन गिरता जा रहा था। उसी जंगल में एक शेर भी रहता था। उसका नाम था वीरेंद्र । वह ताकतवर, बहादुर और आत्मनिर्भर था। पूरे जंगल में उसकी गरिमा थी। सभी जानवर उसका सम्मान करते थे। परंतु वीरेंद्र के मन में भी एक पीड़ा थी। कई बार उसे लगता कि उसकी ताकत ही उसकी पहचान है। वह सोचता — “अगर ताकत न होती तो कौन मुझे पूछता? क्या मेरा अस्तित्व सिर्फ डर दिखाने तक सीमित है?” एक दिन, भाग्य ने ऐसी दिशा में मोड़ लिया जहाँ इन दोनों की मुलाकात हुई। पहली मुलाकात – संकोच और अहंकार गर्मी ...

धीरुभाई अम्बानी का जीवन कथा ,उनकी सफलता की कहानी Dhirubhai Ambani Life Story,

धीरुभाई अम्बानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज की स्थापना करने वाले एक भारतीय व्यापार प्रबंधक थे , वे दुनिया के टॉप अमीर  में से एक है, वे हमेशा से ही अमीर नहीं रहे है वे अपने म्हणत और लगन के कारन अमीर हुए , धीरुभाई अम्बानी का जन्म 28Th December 1932 में गुजरात में हुआ था उनके पिता सरकारी नौकरी करते थे | तभी उनका transfer मुंबई में हो गया , उनका बचपन बहोत ही कठिनाइयों से गुजरा पिता के कमाई से घर चलाना मुश्किल था तो धीरुभाई अम्बानी ने पैसे कमाने के लिए छोटा मोटा काम करना शुरू कर दिया धीरुभाई अम्बानी सप्ताहांत पर माउंट गिरनार में तीर्थयात्रियों के लिए भाजी बेचकर अपना जीवन का उच्च्शील कैरियर का शुरुवात किया है,अम्बानी एक येमेन कंपनी में 1950  के दशक में धन अर्जन करना शुरू कर दिया था | वह 16 साल की उम्र में यमन चले गए , वे मैट्रिक पास करने के बाद मुंबई आ गए | वे  खुद का व्यवसाय शुरू करना चाहा, कुछ दिन बाद वह वस्त्र उद्योग में चला गया और कुछ दिनों बाद उन्होंने अहमदाबाद में नरोदा औद्योगिक क्षेत्र में एक चक्की खोला उन्होंने 1966 में Reliance industries की स्थापना की है समय के स...