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इन रातों में हासिल की जाती है खतरनाक तंत्र-मंत्रों की सिद्धियाँ (TANTRA-MANTRA,SIDDHIYA)

  प्राचीन समय से साधु, संन्यासी ,ऋषि ,मुनि , सिद्धियाँ  प्राप्त करने   के लिए साधना किया करते थे। शास्त्रों में कहा गया है कि  अलग अलग साधना करने का एक खास समय होता है। इस खास समय में साधना करने पर तंत्र मंत्र सिद्ध हो जाते हैं यानी व्यक्ति के वश में हो जाते हैं। तंत्र मंत्र जिनके वश में होते हैं वह जरूरत के अनुसार सिद्ध  किए मंत्रों के द्वारा  अपनी सभी  इच्छाओं को पूरा कर सकता है। काली रातों में होती है ऐसी तंत्र साधनाएं ऐसी मान्यता है कि तंत्र मंत्र-मंत्र की साधना के लिए कुछ नियम हैं। इस नियम के अनुसार कुछ तंत्र-मंत्र साधनाएं अमावस्या की रात को पूरी की जा सकती है। इनमें भैरव, श्मशान, काली, प्रेतात्माओं को जगाने की साधना शामिल हैं। ग्रहण के समय की जाती है ऐसी तंत्र साधनाएं ग्रहण के समय में अप्सरा ,योगिनी, भैरवी, अग्नि जीवा, कर्ण पिशाचिनी, छिन्नमस्ता, ललिता और कृत कामिनी योगिनी की साधना करने पर सफलता की संभावना प्रबल रहती है। जबकि नवरात्र के समय तंत्र-मंत्र की देवी आदिशक्ति के पृथ्वी पर होने और प्रकृति की अनुकूलता के कारण किसी भी तांत्रिक साधना और...

Bindu Tratak kaise kare : बिंदु त्राटक कैसे करे ?

Bindu Tratak kaise kare : बिंदु त्राटक कैसे करे   नमस्कार मित्रो आज हम बिंदु त्राटक के बारे में चर्चा करेंगे और जानने की कोशिश करेंगे हम अपनी मनोकामनाओ की पूर्ति कैसे कर सकते है , और जानेंगे की हम अपने अंदर आकर्षण शक्ति का निर्माण कैसे कर सकते है एक चुम्बकीय शक्ति का निर्माण कैसे कर सकते है | ये जानने की कोशिश करेंगे  बिंदु त्राटक  त्राटक का अर्थ ये होता है , बिना पालक झपकाए किसी वस्तु बिंदु  को एक टक  देखना  या ध्यान देने की क्रिया को त्राटक कहा जाता है. त्राटक के अलग अलग स्टेज होता है अलग अलग पड़ाव होता है , बिंदु त्राटक, दीपक त्राटक ,मोमबत्ती त्राटक ,दर्पण त्राटक ,सूर्य त्राटक ,आदी।  आज हम बिंदु त्राटक के बारे में चर्चा करेंगे  बिंदु त्राटक के फायदे  बिंदु त्राटक के अभ्यास करने पर सम्मोहन के क्षेत्र में सफलता मिलता है।  आकर्षण के क्षेत्र में सफलता मिलता है।  हिप्नॉटिज़्म में सफलता मिलता है।   आप किसी भी व्यक्ति को अपने आँखों से सम्मोहित कर सकते है मन के अंदर  डर , निराशा हिन भावना , गलत विचार  ये निकलना शुर...

घर में सांप के आने से क्या होता है? What happens to snake come in house?

घर में सांप के आने से क्या होता है? What happens to snake come in house?   सांप से बचने के लिए उसे भगाने की बजाए लोग अक्सर सांप को  मार देते हैं। जबकि थोड़ी सी समझदारी से हम सांप को मारे बिना उससे बच सकते हैं। दोस्तों घर में सांप का घुसना या  घर में सांप के  दिखाई देने के  निम्न  कारण  है |  1 . घर के आसपास झाड़ी या जंगल होना  दोस्तों सांपो  का बसेरा ज्यादातर झाड़ियों या घने जंगलो में होता है ,ये अपने बिल खुद नहीं बनाते ये चूहे या अन्य किसी जीव  जंतु के बिलो में रहते है |  ऐसे जगह जहा सांप रहते हो वह पर अगर आपका घर हो तो कभी कभी तो सामना हो ही जायेगा इसमें डरने की बात नहीं है , आपको जैसे अपने प्राण की चिंता है वैसे ही हर जीव जंतु को अपने प्राण की चिंता होती है , आप सांप को मरे नहीं अपितु उसे किसी सांप पकड़ने वाले से कहकर किसी जंगल में या घर से दूर ले जाने को कहे |  2 . घर में चूहे या मुर्गियों का होना   दोस्तों  सांप अक्सर खाने की तलाश में घरो में घुस आते है सांप चूहों या मुर्गियों को अपना शिकार ज्यादा बनाते...

कामदेव कौन थे ? Who is Kamdev s wife ?

  कामदेव कौन है ? Who is Kamdev ? कामदेव सौंदर्य और कल्याण के देवता माने जाते हैं। कामदेव की पत्नी का नाम रति है। प्रेम और सौंदर्य की प्राप्ति के लिए इनकी आराधना खासतौर से की जाती है। कामदेव वह देवता हैं, जिन्होंने भगवान शिव को भी समाधि से विचलित कर दिया था। कामदेव का एक नाम अनंग यानी बिना अंग वाला भी है।जब धर्म पर संकट आयी थी तब किसी भी देवता का दाल नहीं गला , तब मात्र अंतिम सहारा थे भगवान शिव जो तपश्या  में लीन रहते है, तो भगवान शिव को जगाने के लिए सभी देवता अपना अपना तरीका आजमा के देख लिए फिर भी भगवान शिव जी नहीं जागे तब देवताओ ने मिलकर ये योजना बनाई की कामदेव ही है जो भगवान को जगा सकते है , तो देवता गण कामदेव को भेज दिए भगवान शिव को जगाने कामदेव अपने बाण शिव जी के ऊपर छोड़ते गए लेकिन भगवान शिव को कोई फर्क नहीं पड़ा अंततः भगवान शिव निद्रा से जागे तो बहोत क्रोध  में थे, क्रोध में होने के वजह से भगवान शिव का तीसरा नेत्र खुला और कामदेव को भस्म कर दिया लेकिन कामदेव की मृत्यु नहीं हुई पर उनका शरीर जल गया देवताओ के कहने पर भगवान शिव को अपने आप पर पछतावा हुआ और उन्होंने उनको एक...

सपने क्यों आते है sapne kyon aate hai

 सपने मन की एक विशेष अवस्था होते हैं, जिसमें वास्तविकता का आभास होता है. स्वप्न न तो जागृत अवस्था में आते हैं न तो निद्रा में बल्कि यह दोनों के बीच की की तुरीयावस्था में आते हैं.  सपने वास्तव में निद्रावस्था में मस्तिष्क में होने वाली क्रियाओं का परिणाम है। कुछ लोगों का कहना है कि उन्हें सपने नहीं दिखाई देते, लेकिन कुछ दूसरे लोगों का कहना है कि उन्हें बहुत सपने दिखाई देते हैं। वैज्ञानिक अध्ययनों के अनुसार निद्रावस्था में हर व्यक्ति को रोजाना दो-तीन बार सपने आते हैं। सपने की घटनाएँ कुछ लोगों को याद रहती हैं, तो कुछ लोग सपने की घटनाओं को भूल जाते हैं। सपनों के विषय में लोगों के कई मत हैं। वैसे तो स्वप्न शास्त्र के अनुसार हर सपना आने का एक मतलब होता है कभी-कभी हमें ऐसे सपने आते हैं जिसके बाद हम सो नहीं पाते और ऐसा लगता है मानो कि सपना नहीं वास्तव में कोई हकीकत है। तो वहीं कई लोगों के साथ ऐसा भी होता है कि उन्हें हर रात डरावने सपने आते हैं और समय हमेशा यही डर लगता है कि अगर वैसा ही सपना दोबारा आया तो। सपने का मतलब ,जाने क्या कहते है आपके सपने, हर सपने आपको करता है कुछ इशारा इ...

काठगढ़ महादेव मंदिर – यहां है आधा शिव आधा पार्वती रूप शिवलिंग (अर्धनारीश्वर शिवलिंग) kaathgarh mahadev mandir

  Kathgarh Mahadev History in Hindi  : हिमाचल प्रदेश की भूमि को देवभूमि भी कहा जाता है। यहां पर बहुत से आस्था के केंद्र विद्यमान हैं। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के इंदौरा उपमंडल में काठगढ़ महादेव का मंदिर स्थित है।  यह विश्व का एकमात्र मंदिर है जहां शिवलिंग ऐसे स्वरुप में विद्यमान हैं जो दो भागों में बंटे हुए हैं अर्थात मां पार्वती और भगवान शिव के दो विभिन्न रूपों को ग्रहों और नक्षत्रों के परिवर्तित होने के अनुसार इनके दोनों भागों के मध्य का अंतर घटता-बढ़ता रहता है। ग्रीष्म ऋतु में यह स्वरूप दो भागों में बंट जाता है और शीत ऋतु में पुन: एक रूप धारण कर लेता है। शिव पुराण में वर्णित कथा (Story of Shiv Purana) शिव पुराण की विधेश्वर संहिता के अनुसार पद्म कल्प के प्रारंभ में एक बार ब्रह्मा और विष्णु के मध्य श्रेष्ठता का विवाद उत्पन्न हो गया और दोनों दिव्यास्त्र लेकर युद्ध हेतु उन्मुख हो उठे। यह भयंकर स्थिति देख शिव सहसा वहां आदि अनंत ज्योतिर्मय स्तंभ के रूप में प्रकट हो गए, जिससे दोनों देवताओं के दिव्यास्त्र स्वत: ही शांत हो गए। ब्रह्मा और विष्णु दोनों उस स्तंभ के आदि-अ...

छत्तीसगढ़ के इस मंदिर में दूर दूर से आते है संतान प्राप्ति के लिए , chhattisgarh ke is mandir me dur dur se aate hai santan prapti ke liye

छत्तीसगढ़ के इस मंदिर में दूर दूर से आते है  संतान प्राप्ति के लिए , chhattisgarh ke is mandir me dur dur se aate hai santan prapti ke liye   छत्तीसगढ़ अपनी पुरातात्विक सम्पदा के कारण आज भारत ही नहीं बल्कि विश्व में भी अपनी एक अलग ही पहचान बना चुका है। यहाँ के 15000 गांवों में से 1000 गांव में कही न कही प्राचीन इतिहास के साक्ष्य आज भी विद्ययामान है। जो कि छत्तीसगढ़ के लिए एक गौरव की बात है इसी प्रकार का प्राकृतिक एवं धार्मिक व पुरातात्विक स्थल रमई पाठ सोरिद खुर्द ग्राम में है विध्यमान है जो विश्व भर में संतान प्राप्ति के लिए विख्यात है रामायण काल से जुडी है इस स्थान की कहानी :- माँ रमई पाठ धाम की कहानी रामायण काल से जुडी है यहाँ के पुराने बुजुर्ग लोग बताते है की रामायण काल में जब भगवन राम ने अपने प्रजा के सुख के लिए अपने सुख का त्याग कर माता सीता को वन में छोड़ दिया था तब भगवान श्री राम के अनुज लक्ष्मण जी माता सीता को सोरिद खुर्द के जंगल में छोड़ा था तब यहाँ माता सीता के साथ कोई नहीं था , जब माता सीता को प्यास लगी थी तब लक्ष्मण जी शक्ति बाण चलाकर माता गंगा को माता सीता...

बुरी नजर के सफल १० अचूक रामबाण टोटके buri najar ke safal 10 achuk ramban totke

 नमस्कार दोस्तों आज मैं आपके लिए लाया हूं नजर उतारने के १० अचूक रामबाण टोटके  दोस्तों आज के दौर में हर कोई एक दूसरे के पैर  खींचने में लगा हुआ है , चाहे  वो अपने हो या पराये , ये कहा नहीं जा सकता कब किसकी बुरी नजर लगी , बचे ही नहीं बड़ो को भी बुरी नजर लग जाती है , घर पर बुरी नजर लग जाती है , आपके कारोबार पर ,दुकान में गाहको का आना काम हो जाता है , कई बार नजर का दोष ऐसे होता है की  ग्राहक तो आते है दुकान  पर आके बिना कुछ लिए  खाली  हाँथ वापस चले जाते है लोग माने  या न माने  पर टोन टोटके बुरी नजर जैसी चीजे आज भी दुनियां में होती है , क्योंकि अगर हम भगवन को मानते है की वो इस दुनिया में आज भी विद्यमान है , तो आपको शैतान को भी मानना पड़ेगा की बुरी शक्तियां भी होती है , क्योंकि सत्य है तो असत्य भी है पुण्य है तो पाप भी है , दोस्तों किसी ने नजर लगाया हो तो ये  नहीं की वो टोने टोटके जनता हो नजर लगाने वाला कोई भी सकता है वो आपके अपने भी हो सकते है ,क्योंकि बुरी नजर घृणा से पैदा होती है ये शक्ति हर किसी में वि...

त्राटक क्या है जाने विस्तार से (What is Tratak?)

भारत में हठयोग प्रसिद्ध और प्रमाणिक रहा है, हठयोग प्रदीपिका में त्राटक को योग के छः  कर्मों में से एक कर्म कहा गया है, जीवन में पूर्ण सफलता और सिद्धि प्राप्त करने के लिए शरीर शुद्धि आवश्यक है परंतु प्राणायाम के माध्यम से यह शरीर शुद्धि देर  से होती है अतः इस शरीर शुद्धि के लिए हठयोग में प्रचलित षट्कर्मो  का उपयोग किया जाता है|  षट्कर्म के प्रकार निम्नानुसार है  १. वस्ति  २.धौति  ३.नौलि  ४.नेति  ५.कपालभारती  ६.त्राटक  वस्ति क्रिया  -   वस्ति  गुदा द्वारा पानी चढ़ाकर पेट तथा अँतड़ियों को साफ करने की क्रिया वस्ति क्रिया को वस्ति क्रिया कहते है |  धौति  धौति  15 हाथ लंबे तथा चार अंगुल चौड़े  पतले मलमल के कपड़े को पानी में भिगोकर   उसे मुंह के  द्वारा अंदर कर कफ  साफ करने की क्रिया को धौति  कहते हैं |  नौलि नौलि  पद्मासन लगाकर रेचक-कुंभक प्राणायाम करके मनोबल द्वारा नाभि को घुमाने की क्रियाको नौलि कहा जाता है  नेति  जल नेति क्रिया...

ये अनोखी वस्तु अगर आपके पास है तो होंगी हर मुराद पूरी (ye anokhi vastu agar aapke pass hai to hongi har murad puri)

दुनिया में कई अजीबो गरीब चमत्कार देखने को मिलते है पर  आज मै  जो बताने जा रहा हूँ , एक ऐसी चमत्कारी वस्तु के बारे में  जिसको अपने समीप रखने मात्र से आपकी हर इच्छा पूरी होगी उस वस्तु का नाम है सियार सिंगी पर आप सोच रहे होंगे की सियार का तो सिंग  ही नहीं होता तो ये सियार सिंगी है क्या चीज , दरअसल हम आपको बतादे की सियार या गीदड़ का सिंग नहीं होता, लोगो के लिए ये बहुत बड़ा आश्चर्य है , की जिसे सियार सिंगी कहा जाता है उसे सियार का सिंग ही माना  जाता है | विशेषज्ञों के अनुसार सियार जब ऊपर मुह करके चिल्लाता है तो उसके सर से सिंग जैसे नुकीला भाग निकल आता है जो सिंग के जैसे सख्त होता है | कई लोगो का मानना है की जब सियार बुढा हो जाता है तो उसके नाक के पास सिंग जैसा सख्त हिस्सा उभर आता है जो हजारो में से किसी एक सियार में पाया जाता है | इसको हासिल कैसे करते है =  आप सोंच रहे होंगे की सियार सिंगी सियार को मारकर हासिल किया जाता है पर ऐसा नहीं है सियार जब रात के समय जब गले को ऊपर कर चिल्लाता है तभी उसका वो सिंग बहार आता है अन्यथा कोई भी समय नहीं दिखता , जब सियार ...

बहुत ज्यादा परेशानी में फसे हो तो करे हनुमान जी के अचूक उपाय

सब सुख लहै तुम्हारी सरना, तुम रक्षक काहू को डरना ॥22॥ अर्थ- जो भी आपकी शरण में आते हैं, उस सभी को आनन्द प्राप्त होता है, और जब आप रक्षक है, तो फिर किसी का डर नहीं रहता। हिन्दू धर्म के सबसे जाग्रत और सर्वशक्तिशाली देवताओं में हनुमानजी की कृपा जिस पर बरसरना शुरू होती है उसका कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता। दस दिशाओं और चारों युग में उनका प्रताप है। जो कोई भी व्यक्ति उनसे जुड़ा समझों उसका संकट कटा। प्रतिदिन हनुमान चालीसा पढ़ना चाहिए। हनुमानजी इस कलियुग में सबसे ज्यादा जाग्रत और साक्षात हैं। कलियुग में हनुमानजी की भक्ति ही लोगों को दुख और संकट से बचाने में सक्षम हैं। बहुत से लोग किसी बाबा, गुरु, अन्य देवी-देवता, ज्योतिष और तांत्रिकों के चक्कर में भटकते रहते हैं, क्योंकि वे हनुमानजी की भक्ति-शक्ति को नहीं पहचानते। हनुमानजी की भक्ति और हनुमान चालीसा पढ़ने से व्यक्ति खुद को इन 10 तरह की बाधाओं से बचा लेता है। भूत-पिशाच : भूत पिशाच निकट नहिं आवै, महावीर जब नाम सुनावै॥24॥ अर्थ : जहां महावीर हनुमानजी का नाम सुनाया जाता है, वहां भूत, पिशाच पास भी नहीं फटक सकते। जिसे किसी अनजान शक्ति...

मौली माता मंदिर फिंगेश्वर जिनके चमत्कार के बारे में शायद ही आपको पता होगा ( the mauli mata tempale fingeshwar)

मौली माता  गोड़वाना राज फिंगेश्वर नगर के पश्चिम दिशा में विराजित माँ मौली माता का विशाल मन्दिर प्रांगण है | मौली माता फिंगेश्वर राज में सभी वर्ग विशेष की आराध्य देवी है | माता के दर्शन हेतु भक्तगण  माता के दरबार से कभी खली हांथ वापस माहि होते शक्ति स्वरुप माँ मौली देवी क्षेत्र के जन मानस में रची बसी है | पौराणिक मान्यता व पुजारी सोभा राम भंडारी के अनुसार फिंगेश्वर राज का राजा ठाकुर दलगंजन सिंह यात्रा में जा रहे थे तभी अचानक हमलावरों ने आक्रमण कर दिया वाही मौली माता एक बुधिया के रूप में आयी वहा राजा  ठाकुर दलगंजन सिंह हमलावरों से घिर गए थे की अचानक माता जी का साक्षात्कार हुआ , माता मौली का मूर्ति रूप  माता जी की कुछ इशारा पते ही रजा साहब उठ खड़े हुए और हमलावरों के साथ युद्ध किया और विजयी हुए | तब राजा साहब ने माता के पास जाकर प्रणाम कर वापिस महल की ओर आने लगे वहां वृधा का रूप लेकर कड़ी माता भी राजा साहब के पीछे पीछे आने लगी तब रजा साहब को अदृश्य शक्ति का अनुभव हुआ | राजा साहब के निवेदन पर माता जी सांग में बैठ कर फिंगेश्वर राज महल आयी | वह आदर सम्मान पूर्वक वृधा...