सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

सपने क्यों आते है sapne kyon aate hai


 सपने मन की एक विशेष अवस्था होते हैं, जिसमें वास्तविकता का आभास होता है. स्वप्न न तो जागृत अवस्था में आते हैं न तो निद्रा में बल्कि यह दोनों के बीच की की तुरीयावस्था में आते हैं. 

सपने वास्तव में निद्रावस्था में मस्तिष्क में होने वाली क्रियाओं का परिणाम है। कुछ लोगों का कहना है कि उन्हें सपने नहीं दिखाई देते, लेकिन कुछ दूसरे लोगों का कहना है कि उन्हें बहुत सपने दिखाई देते हैं।

वैज्ञानिक अध्ययनों के अनुसार निद्रावस्था में हर व्यक्ति को रोजाना दो-तीन बार सपने आते हैं। सपने की घटनाएँ कुछ लोगों को याद रहती हैं, तो कुछ लोग सपने की घटनाओं को भूल जाते हैं। सपनों के विषय में लोगों के कई मत हैं।

वैसे तो स्वप्न शास्त्र के अनुसार हर सपना आने का एक मतलब होता है कभी-कभी हमें ऐसे सपने आते हैं जिसके बाद हम सो नहीं पाते और ऐसा लगता है मानो कि सपना नहीं वास्तव में कोई हकीकत है। तो वहीं कई लोगों के साथ ऐसा भी होता है कि उन्हें हर रात डरावने सपने आते हैं और समय हमेशा यही डर लगता है कि अगर वैसा ही सपना दोबारा आया तो।

सपने का मतलब ,जाने क्या कहते है आपके सपने, हर सपने आपको करता है कुछ इशारा

इसलिए मैं आपको आज बताउंगा  डरावने सपने आने के कारण और उपाय तो आइए जानते हैं सबसे पहले बात करते हैं सोने की दिशा की अच्छी और सुखद नींद पाने के लिए सिर्फ  बैड का वास्तु ही नहीं बल्कि सोने का तरीका भी सही होना जरूरी होता है। वास्तु के अनुसार अच्छी नींद के लिए सोते समय सिर दक्षिण की तरफ और पैर उत्तर की ओर होनी चाहिए। लेकिन यदि सोते समय आपने सर बेडरूम में मौजूद वॉशरूम की तरफ है तो यह भी बुरे सपने आने का एक कारण हो सकता है क्योंकि बाथरूम से सारी नेगेटिव एनर्जी आपके मस्तिष्क से होते हुए शरीर में प्रवेश कर जाती है जिससे बुरे सपने आते हैं।

बुरी नजर के सफल १० अचूक रामबाण टोटके

दूसरा कारण जो बुरे सपने आने के पीछे हो सकता है वह है बेड में पड़ा कबाड़ बहुत से लोग अपने बेड बॉक्स में फालतू के बेकार पड़ी चीजों को रख देते हैं जबकि बेकार या खराब चीजों को कभी भी घर में नहीं रखना चाहिए इन चीजों में घर में नेगेटिव एनर्जी आती है अगर आप उन चीजों को बैड में रख देते हैं तो इसका सीधा असर पड़ता है और आपको डरावने सपने आने लगते हैं। वहीं कई लोग अपने बैड के निचले हिस्से में जूते चप्पल आदि रख देते हैं जबकि ऐसा करना उनके लिए ठीक नहीं होता।

सपने का मतलब ,जाने क्या कहते है आपके सपने, हर सपने आपको करता है कुछ इशारा

रात में डरावनी सपने आने का एक कारण तनाव लेना भी हो सकता है  तनाव से   हमारे मस्तिष्क की कोशिकाएं सही तरीके से काम नहीं करती और दिमाग कल्पना करने लगता है। सामान्य बात यह है कि दिन भर में हम जो कुछ भी सोचते हैं रात के समय वही सब बातें दिमाग में चलती है और बुरे सपनों का रूप ले लेती है।

बुरी नजर के सफल १० अचूक रामबाण टोटके

डरावने सपने आने की बात करें तो इसका एक बड़ा कारण डरावनी या  क्राइम सीरियल देखना भी है आपने भी देखा होगा अधिकतर डरावनी और क्राइम सीरियल रात में ऑन एयर किए जाते हैं क्योंकि रात के समय ऐसी चीज दिमाग पर सबसे ज्यादा असर करती है जो लोग रात में सोने से पहले इस तरह के टीवी सीरियल वगैरह देखते हैं उन्हें ही डरावने सपने आते हैं। स्वप्न शास्त्र के अनुसार रंग भी हमारे दिमाग और सोचने की क्षमता पर असर डालते हैं हम जितने अच्छे और ठंडे रंग देखते हैं दिमाग भी उतना ही शांत रहता है इसके विपरीत अगर ज्यादा डार्क रंगों का इस्तेमाल करते हैं तो दिमाग विचलित रहता है तो अगर आप डार्क  रंग की चादर ओढ़ थे हैं या डार्क  बेडशीट पर सोते हैं तो आपको रात में डरावने सपने आ सकते हैं इसलिए डार्क कलर का इस्तेमाल नहीं करें।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

मौली माता मंदिर फिंगेश्वर जिनके चमत्कार के बारे में शायद ही आपको पता होगा ( the mauli mata tempale fingeshwar)

मौली माता  गोड़वाना राज फिंगेश्वर नगर के पश्चिम दिशा में विराजित माँ मौली माता का विशाल मन्दिर प्रांगण है | मौली माता फिंगेश्वर राज में सभी वर्ग विशेष की आराध्य देवी है | माता के दर्शन हेतु भक्तगण  माता के दरबार से कभी खली हांथ वापस माहि होते शक्ति स्वरुप माँ मौली देवी क्षेत्र के जन मानस में रची बसी है | पौराणिक मान्यता व पुजारी सोभा राम भंडारी के अनुसार फिंगेश्वर राज का राजा ठाकुर दलगंजन सिंह यात्रा में जा रहे थे तभी अचानक हमलावरों ने आक्रमण कर दिया वाही मौली माता एक बुधिया के रूप में आयी वहा राजा  ठाकुर दलगंजन सिंह हमलावरों से घिर गए थे की अचानक माता जी का साक्षात्कार हुआ , माता मौली का मूर्ति रूप  माता जी की कुछ इशारा पते ही रजा साहब उठ खड़े हुए और हमलावरों के साथ युद्ध किया और विजयी हुए | तब राजा साहब ने माता के पास जाकर प्रणाम कर वापिस महल की ओर आने लगे वहां वृधा का रूप लेकर कड़ी माता भी राजा साहब के पीछे पीछे आने लगी तब रजा साहब को अदृश्य शक्ति का अनुभव हुआ | राजा साहब के निवेदन पर माता जी सांग में बैठ कर फिंगेश्वर राज महल आयी | वह आदर सम्मान पूर्वक वृधा...

जब एक गरीब को मिला पारस पत्थर जिसके छुते ही लोहा बन जाता था सोना (When the poor had become a philosopher's stone which was touching the iron gold)

जब एक गरीब को मिला पारस पत्थर जिसके छुते ही लोहा बन जाता था सोना (When the poor had become a philosopher's stone which was touching the iron gold)   पुराने समय से ही एक ऐसे पत्थर की बात की जाती रही है, जिसके स्पर्श मात्र से लोहे की वस्तु सोने की बन जाती है। इस चमत्कारी पत्थर को पारस पत्थर के नाम से जाना जाता है। इसके संबंध में कई किस्से-कहानियां प्रचलित हैं। पारस पत्थर का नाम काफी लोगों ने सुना है, लेकिन ये दिखता कैसा है, इसका स्वरूप कैसा है? यह कहां है? ये सभी प्रश्न आज भी अबुझ पहेली बने हुए हैं। पारस पत्थर के रहस्य से पर्दा उठाने के लिए कई प्रकार के शोध हुए हैं, लेकिन फिर भी इस पत्थर के संबंध में पूर्ण जानकारी उपलब्ध नहीं हुई है। सिर्फ किस्से-कहानियों तक ही इस पत्थर का वजूद है। यहां पढ़िए पारस पत्थर से जुड़ी एक कहानी... निर्धनता से तंग आकर किसी गरीब ब्राह्मण ने भगवान शंकर को प्रसन्न करने के लिए कठोर व्रत किया। शंकरजी ने उसे स्वप्न में दर्शन देकर कहा, ‘वृंदावन में सनातन गोस्वामी के पास जाकर उनसे पारस पत्थर मांगो, उससे तुम्हारी निर्धनता दूर हो जाएगी।’ जब वह सनातन गो...

सम्मोहन से जाने अमुक व्यक्ति के मन की बात (Hypnotizm se jane dusro ki man ki baat)

सम्मोहन, वशीकरण जैसे शब्दों को सुनकर किसी जादु की अनुभूति करते हैं। सम्मोहन एक विद्या है। जिसे जागृत करना सामान्यत: आज के मानव के अति दुष्कर कार्य है। सम्मोहन विद्या का इतिहास आज या सौ-दो सौ साल पुराना नहीं बल्कि सम्मोहन प्राचीन काल से चला रहा है। श्रीराम और श्रीकृष्ण में सम्मोहन की विद्या जन्म से ही थी। वे जिसे देख लेते या कोई उन्हें देख लेता वह बस उनकी माया में खो जाता था। यहां हम बात करेंगे श्रीकृष्ण के सम्मोहन की। श्रीकृष्ण का एक नाम मोहन भी है। मोहन अर्थात सभी को मोहने वाला। श्रीकृष्ण का व्यक्तित्व और सुंदरता सभी का मन मोह लिया करती है। जिन श्रीकृष्ण की प्रतिमाएं इतनी सुंदर है वे खुद कितने सुंदर होंगे। श्रीकृष्ण ने अपने जीवन में सम्मोहन की कई लीलाएं की हैं। उनकी मधुर मुस्कान और सुंदर रूप को देखकर गोकुल की गोपियां अपने आप को रोक नहीं पाती थी और उनके मोहवश सब कुछ भुलकर बस उनका संग पाने को लालायित हो जाती थी। श्रीकृष्ण ने माता यशोदा को भी अपने मुंह में पुरा ब्रह्मांड दिखाकर उस पल को उनकी याददाश्त से भुला दिया बस यही है सम्मोहन। श्रीकृष्ण जिसे जो दिखाना, समझाना और ...