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शुक्रवार, 2 जुलाई 2021

छोटे दुकानदारों को कैसे मिलेगा लोन LOAN LOAN PMSVANIDHI


 

PM SVANidhi: छोटे दुकानदारों ,रोड किनारे ठेली लगाने  वालों की आर्थिक मदद के लिए लॉन्च की गई प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि (PM SVANidhi) योजना के तहत आए आवेदनों ने 5 लाख का आंकड़ा पार कर लिया है. स्कीम को 2 जुलाई 2020 को लॉन्च किया गया था , पीएम स्वनिधि के अंतर्गत 42  लाख से अधिक लोन मंजूर कर दिए गए हैं.जिसमे 8  लाख से भी ज्यादा लोगो ने लोन की सारी  क़िस्त जमा कर दिया है।   आज 1  साल हो गए इस योजना को लांच हुए,   PM स्वनिधि स्कीम को आवास व शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा आत्मनिर्भर भारत अभियान के हिस्से के रूप में लॉन्च किया गया है.

कोविड19 लॉकडाउन के कारण व्यवसाय में नुकसान का सामना कर रहे ठेली रेहड़ी -पटरी   वालों व छोटे मोटी दुकान वालों को अपना कारोबार फिर से खड़ा करने में मदद के लिए यह स्कीम लाई गई. सड़क किनारे ठेले या रेहड़ी-पटरी पर दुकान चलाने वालों, फल-सब्जी, लॉन्ड्री, सैलून और पान की दुकानें लगाने वाले भी पीएम स्वनिधि के तहत लोन ले सकते हैं. हालांकि इसके लिए शर्त है कि वेंडर्स 24 मार्च 2020 या उससे पहले से वेंडिंग कर रहे हों.

1 साल के लिए मिलता है 10000 रु तक का लोन

पीएम स्वनिधि स्कीम में शहरी इलाकों के स्ट्रीट वेंडर्स को 1 साल की अवधि के लिए 10000 रुपये तक का कोलेट्रल फ्री लोन मिलता है. यानी कर्ज के लिए किसी तरह की गारंटी नहीं ली जाएगी. लोन का मासिक किस्तों में भुगतान करना होगा. पीएम स्वनिधि स्कीम में मिलने वाले लोन के नियमित पुनर्भुगतान पर 7 फीसदी सालाना की ब्याज सब्सिडी है. ब्याज सब्सिडी की राशि सीधे लाभार्थी के खाते में तिमाही आधार पर आएगी. लोन का समय से पहले भुगतान करने पर सब्सिडी एक ही बार में खाते में आ जाएगी. साथ ही तय तरीके से डिजिटल ट्रांजेक्शन करने वालों के लिए 1200 रुपये सालाना तक का कैशबैक भी मिलता है. पहले लोन के समय पर और जल्द भुगतान की स्थिति में लाभार्थी अधिक लोन प्राप्त करने का पात्र हो जाता है.

कौन देगा लोन

स्कीम के तहत अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, स्मॉल फाइनेंस बैंक, सहकारी बैंक, नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनियां, माइक्रो फाइनेंस इंस्टीट्यूंशंस और एसएचजी बैंक लोन उपलब्ध कराएंगे. स्कीम का कार्यकाल मार्च 2022 तक है. स्कीम के लिए इंप्लीमेंटेशन पार्टनर स्मॉल इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट बैंक ऑफ इंडिया (SIDBI) है. लाभार्थी के लिए अनिवार्य केवाईसी दस्तावेज आधार कार्ड व मतदाता पहचान पत्र हैं. इसके अलावा ड्राइविंग लाइसेंस, मनरेगा कार्ड, पैन कार्ड भी केवाईसी दस्तावेजों में शामिल हैं.

अप्लाई करने की प्रक्रिया व शर्तें

पीएम स्वनिधि के तहत लोन के लिए अप्लाई करने के लिए वेंडर का मोबाइल नंबर आधार से लिंक होना जरूरी है. पीएम स्वनिधि योजना का लाभ उठाने के लिए pmsvanidhi.mohua.org.in या मोबाइल ऐप की मदद से अप्लाई किया जा सकता है. यह लोन देशभर में फैले 3.8 लाख कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) के जरिए भी लिया जा सकता है.
लोन के लिए अप्लाई करने के लिए अपने क्षेत्र के बैंकिंग कॉरस्पोन्डेंट/ माइक्रो फाइनेंस इंस्टीट्यूशन के एजेंट से भी संपर्क किया जा सकता है.

लोन के लिए अप्लाई करने के लिए योग्य हैं या नहीं और सर्वेक्षण सूची में नाम है या नहीं यह वेबसाइट से पता किया जा सकता है. जिन विक्रेताओं का नाम सर्वेक्षण सूची में है लेकिन उनके पास पहचान पत्र या सर्टिफिकेट ऑफ वेंडिंग नहीं है, वे भी लाभ उठा सकते हैं. ऐसे विक्रेताओं को वेब पोर्टल से एक प्रोविजनल सर्टिफिकेट ऑफ वेंडिंग जारी किया जाएगा.

यह स्कीम उन विक्रेताओं के लिए भी है, जो शहरी इलाकों के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं और शहर/कस्बे में आकर बिक्री करते हैं व सर्वेक्षण में शामिल नहीं हो पाए हैं. ऐसे विक्रेताओं को यूएलबी/टाउन वेंडिंग कमिटी से सिफारिश पत्र यानी लेटर ऑफ रिकमंडेशन प्राप्त करना होगा. इसके अलावा शहरी स्थानीय निकाय को सामान्य आवेदन के जरिए भी अनुरोध किया जा सकता है.

शुक्रवार, 7 जून 2019

वीसा ,मास्टर कार्ड , रूपए कार्ड क्या है , explain you different types of ATM or Debit card visa , master card , rupay card what is difrents

 ATM
दोस्तों नमस्कार आज मै  आपको बताने वाला हूँ एटीएम कार्ड के अंतर बारे में , दोस्तों जैसा की आप कोई भी बैंक से डेबिट कार्ड इशू करवाते है तो आपको तीन अलग अलग तरह के कार्ड मिलते है जैसे Visa card, Master card, Rupay card, तो क्या आपको इसके बिच का अंतर पता है ,अगर हाँ  बात नहीं और अगर आपको इसके बिच का अंतर नहीं पता तो यह पोस्ट लपुरा पढ़े दोस्तों सबसे पहले आप  यह जान लो की आपको इन कार्ड की जरुरत क्यों है , एक समय था जब लोगो को पैसा निकलने और जमा करने के लिए बैंक में लम्बा लाइन लगाना पड़ता था ,लोग ज्यादा होते गए बैंक अकाउंट बढ़ते गए लोगो की भीड़ बढ़ती चली गयी , अब तकलीफ इस बात की थी की हमें हमारा ही पैसा निकलने के लिए लम्बी लाइन में खड़ा रहना पड़ रहा है , अब लोगो की तकलीफ दूर करने के लिए बैंक ने प्लान किया की ATM मशीने लगाया जाये जिसमे लोग अपना पैसा जब चाहे तब निकल पाए , अब सभी बैंक ने अपने अपने बैंक के अलग अलग जगहों पर एटीएम मशीने लगा दिए , और लोगो को इसके बारे में बताया गया की ATM  में जाओ और आपके अकाउंट में जो भी भी पैसा है आप निकल लो , लेकिन बात यही ख़तम नहीं हुई , अगर किसी व्यक्ति को किसी दुकान से सामान खरीदना है तो , हमें ATM  से पैसे निकलने होते थे और पैसा निकल के दुकान वाले को दे कर सामान खरीदना पड़ता था और उस पैसे को दूकानदार फिर अपने बैंक अकाउंट में डालता था , तो यहाँ पर प्रोसेस बहुत लम्बा था , फिर यहाँ पर एक कॉन्सेप्ट डिज़ाइन किया गया DEBIT CARD का जिसमे लोग अपने डेबिट कार्ड से स्वीप करके सामान खरीद सकता था , फिर भी एक परेशानी अभी भी थी , की मेरा अकाउंट जिस बैंक में है मै  उसे ही सामने वाले को उसी बैंक में ट्रांसफर  कर सकता था , मतलब की दोनों का अकाउंट एक ही बैंक में होना था , अब हमारे इंडिया में एक या दो बैंक तो है नहीं जिसमे लोग अपना खता खोल ले , इतने सरे बैंक का अलग अलग खाता कौन रखेगा , अब ये तो इंडिया है , अब इंडिया के बाहर  जाते है तो कई सारे  बैंक है अब इन सारे  बैंक में खाता  कौन खुलवाता रहेगा     तो ऐसे में लेनदेन की प्रक्रिया गड़बड़ा रही थी , फिर यह समस्या को सुलझाने के लिए US  से दो कंपनी फायदा उठा गए Visa , और Master Card जिसमे इंडिया में जितने भी बैंक था उन सभी से अपना लिंक बना लिया , मतलब की ये payment  network बन गए , जो की हम किसी अन्य बैंक को पैसे ट्रांसफर कर सकते है इसके माध्यम से , लेकिन तकलीफ की बात यह था की , हम जितने भी transection करते है उसमे ये भारी भरकम fee  लेता है , अगर हम किसी को पैसे ट्रांसफर करते है तो हमरे कार्ड से visa या master card को request  जाता था ,तब वह सीधे बैंक के सर्वर में बैलेंस check  कर उसका डाटा बना के रख लेता था , और पैसा एक से दो दिन में ट्रांसफर होता था  हलाकि ये इंटरनेशनल लेवल में है पर हमें जो भी लेनदेन करनी है वो तो इंडिया के अंदर ही करनी है ,
तो इसको देखते हुए इंडिया में NCPI  जिसका पूरा नाम है NATIONAL PAYMENT CORPORATION OF INDIA (भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम ) भी अपना payment  network बना लिया जिसका नाम है Rupay Card  और Rupay Card बनाते से पहले इंडिया के सभी बैंक से अपना network बना लिया , अब यहाँ पर यह हुआ की दूसरे देश को हम अपना जो पेमेंट दिखा रहे थे , और इतनी ज्यादा fee  देनी पड़ती थी Rupay card  के आने से थोड़ा राहत मिल गया जिसमे हुआ यह की हम जो पेमेंट करते है उसका fee  ज्यादा नहीं  देना पड़ता और हमारे देश का पैसा हमारे देश में ही रह गया , वैसे Rupay  Card इंडिया के बहार कुछ देशो में भी चलता है , जिसके लिए आपको अलग से  कार्ड बनवाना पड़ेगा  जिसको Rupay Platinum Card  के नाम से जाना जाता है , तो दोस्तों ये जो कार्ड है वो एक तरह से Payment  network है जो आपको एक बैंक  से दूसरे बैंक तक पैसे पहुंचाने में मदद करता है , दोस्तों Rupay  Card भारत  सरकार  का कार्ड है  इंडिया में जितने भी बैंक है उनमे से सबसे ज्यादा Rupay  Card को ही मान्यता दिया जा रहा है , तो दोस्तों कमेंट करके बताइये कि आपके पास कौन सा कार्ड है 

सोमवार, 14 जनवरी 2019

जादुई websites जो आपका दिमाग घुमा दे Jadui website jo aapka dimag ghuma de

दोस्तों आप दुनिया के  कई सारे वेबसाइट देखे होंगे जो आपके काम होते है या नहीं भी होते लेकिन आप वहां पर जाकर अपना थोडा सा समय तो जरुर देते होंगे लेकिन क्या आपको किसी जादुई वेबसाइट के बारे में पता है जी हाँ दोस्तों जादुई वेबसाइट , दुनिया में कई सारे वेबसाइट है जिसका न तो माँ का ठिकाना है और ना तो बाप का लेकिन वेबसाइट ऐसी होती है जो आपके दिमाग को घुमा देगा तो दोस्तों आज मै आपको ऐसे मजेदार वेबसाइट के बारे में बता रहा हूँ जिसमे आप जाकर अपना माउस जहाँ भी रोकेंगे वहा पर एक इमेज खुल जायेगा और उसे इमेज में कोई भी इन्शान हो वो आपके माउस को ऊँगली दिखायेगा तो है न ये मज़ेदार वेबसाइट आप जरुर देखे  इस वेबसाइट को किस तरह बनाया गया है मुझे नहीं पता लेकिन यह वेबसाइट बहुत ही आश्चर्यजनक है इस वेबसाइट का नाम है pointer pointer इस वेबसाइट में जाने के लिए यहाँ पर क्लिक करो 

शनिवार, 24 सितंबर 2016

आपके बैंक खाते से पैसा कट जाये तो घबराये नहीं आपकी रकम की वापसी हो सकती है(Not to cut off the money from your bank account, your refund may be so nervous)

आपके बैंक खाते से पैसा  कट जाये तो घबराये नहीं आपकी रकम की वापसी हो सकती है
(Not to cut off the money from your bank account, your refund may be so nervous)

इन  दिनों ATM  या NET  BANKING से आपकी बैंक अकाउंट से पैसे गायब हो जा रहे है ,ऐसे घटना को ऑनलाइन फ्राड कहते है ,और ऐसी घटनाये आम हो गयी है ,ऑनलाइन फ्राड करने वाले कई गिरोह सक्रीय है जो आपकी पर्सनल डिटेल्स चुराकर  आपके खाते को हैक कर आपके अकाउंट से पैसे निकल लेते है | इसके अलावा लोगो के खाते से ATM के जरिये भी पैसे निकल लेते है ,ऐसे में जरुरी है की आप नेट बैंकिंग करते हुए सावधानी बरते और अपना अकाउंट नंबर और ऑनलाइन बैंकिंग से जुड़े हुए डिटेल्स किसी के साथ साझा न करे | अगर फिर भी आप ऑनलाइन फ्राड के शिकार  हो जाते है या ATM के जरिये पैसे निकल जाते है तो आपको कुछ ऐसी तरकीब बता रहा हूँ जिसके जरिये आपको आपके   अपना पैसा वापस मिल जायेगा |

डेबिट कार्ड नेट बैंकिंग ब्लाक कराए     
आपको सबसे पहले बैंक के कस्टमर केयर को को कॉल करके पैसे निकलने की जानकारी देनी चाहिए  | आप सबसे पहले अपना डेबिट कार्ड और नेट बैंकिंग को ब्लाक कराए | आप अपना डेबिट कार्ड बैंक में जमा करादे और बैंक से नया डेबिट कार्ड लें | आप बैंक से यह पता करें की आपके खाते से कितनी  रकम निकाली जा चुकी है | किस जगह से किस समय पैसा निकला गया है यह भी  पता करें |इसके साथ ही आप आप बैंक से अपना पैसा वापस पाने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए भी कहें |

सोशल मीडिया पर करें पोस्ट 
आप बैंक को फ्राड  के बारे में इन्फॉर्म करने के बाद फेसबुक और ट्वीटर पर घटना के बारे में पोस्ट करें और सम्बंधित बैंक को टैग करें | इन दिनों कोई भी कंपनी सोशल मीडिया को गंभीरता से लेते है , ऐसे में संभावना इस बात की है की बैंक आपके मामले में तेजी से जाँच पड़ताल कर आपके पैसे वापस करनें की प्रक्रिया शुरू करेगा क्योंकि यह बैंक की जिम्मेदारी है और उन्हें अपनी इमेज की भी परवाह होती है |

एफ आई आर दर्ज कराएँ 
आपको इस बारे में नजदीकी पुलिस स्टेशन में एफ आई आर दर्ज करनी चाहिए | आपकी कम्पलेन में घटना का पूरा ब्यौरा होना चाहिए | कम्प्लेन  में समय, जगह, डेबिट कार्ड नंबर ,जैसी अहम् सूचनाये मिस न करें | आप पुलिस को आपके पास आये मैसेज का स्क्रीनशॉट भी दे सकते है जिसमे यह बताया गया है की आपके अकाउंट से पैसे निकल गए है |आप पुलिस स्टेशन से कम्प्लेन की स्टाम्प लगी हुई कोप्य्लेना न भूलें | आप पुलिस अधिकारी को अपना मामला साइबर क्राइम यूनिट को ट्रान्सफर करने को भी कहें |

बैंक को दे सारे डाक्यूमेंट्स 
आप अपने बैंक जाकर एफ आई आर की कॉपी और आवेदन सबमिट करें अब यह बैंक की जिम्मेदारी है की वह मामले की जाँच करें | आम तौर पर   बैंक 15 दिन में जाँच प्रक्रिया पूरी कर लेते है और 15 दिन से एक माह के अन्दर आपको अपना पैसा वापस मिल जायेगा |