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कुत्ते का रोना भी कुछ कहता है (The dog's cry also says something)


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dosto aapne kabhi soncha ki kutte ka rone ki vajah kya hai , kutte ke rone se aapko dar mehsus to hota hoga , to aaiye jante hai aakhir kutta rota kyon hai , dosto is duniya me kisi insan ka sacha sathi hai to wo hai khud ki patni aur apna paltu kutta jo har sukh dukh me kadam se kadam mila karke chalte hai jo aapke khusi me khus rahe aur aapke dukh ke samay me khushi ki kiran laye , kutte ki chathi indriy sakriy hota hai jo bhavishya me hone wale ghatnao ko jan sakti hai yugo-yugo se kutta aur inshan ka acha sambandh raha hai isiliye agar hamare aas pas koi vipda aane wali hoti hai to kutta hame sanket deti hai

kutte ka rona deta hai ashubh sanket 

aasman ki or dekhkar bhaukna :- aasman ki or dekhkar bhaukne ka matlab yah hai ki aane wale samay me sukha padne wala hai 

aapke samne aagar kutta lotne lage :- agar aap kisi kam se nikle ho aur kutta aapke samne lotkar phadphadane lage to samajhlo ki aap jis kam se ja rahe hai wo pura nahi sakta

kutte ka juta chappal lekar bhagna :- jab kutta aapke juta chappal lekar bhagta hai to uska aapke jiwan par bahut bure samay ka sanket deti hai unke is sanket ka arth hai ki aapko aane wale samay me bahut bada aarthik nukshan hone wala hai , aur aise samay me agar aap kisi kam se nikal rahe hai to yatra tal de isi me aapki bhalai hai |

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