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agar chehre me chamak badhana hai to upyog me laye anar


anar sehat ke liye faydemand hai ye to aap sabhi jante hai lekin kya aap ye jante hai ki anar se hamare chehre me chamak aur sundarta badhti hai, prakritik aur aayurved tariko se tvacha ki dekh bhal karne vale saundarya prasadhano ke nirmatao ke anushar anar me maujud entioxident umra badhne ke kuprabhao se bachata hai , anar me powerfull entioxident hota hai jo badhti umra me tvacha ko poshan deta hai , aur chehre ke jhurriyon se bachata hai aur sehat ke drishti se bhi labh dayak hota hai , anar ke bijo ko tvacha ki skrubing ke liye upyog kiya jata hai... market  me kai aise saundarya prasadhan hai jisme anar  mishrit hote hai chahe to wo aap upyog me la sakte hai, chahe to aap niche diye scrub ko kharid sakte hai , aur yah bahut hi prabhavi hai...

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मौली माता  गोड़वाना राज फिंगेश्वर नगर के पश्चिम दिशा में विराजित माँ मौली माता का विशाल मन्दिर प्रांगण है | मौली माता फिंगेश्वर राज में सभी वर्ग विशेष की आराध्य देवी है | माता के दर्शन हेतु भक्तगण  माता के दरबार से कभी खली हांथ वापस माहि होते शक्ति स्वरुप माँ मौली देवी क्षेत्र के जन मानस में रची बसी है | पौराणिक मान्यता व पुजारी सोभा राम भंडारी के अनुसार फिंगेश्वर राज का राजा ठाकुर दलगंजन सिंह यात्रा में जा रहे थे तभी अचानक हमलावरों ने आक्रमण कर दिया वाही मौली माता एक बुधिया के रूप में आयी वहा राजा  ठाकुर दलगंजन सिंह हमलावरों से घिर गए थे की अचानक माता जी का साक्षात्कार हुआ , माता मौली का मूर्ति रूप  माता जी की कुछ इशारा पते ही रजा साहब उठ खड़े हुए और हमलावरों के साथ युद्ध किया और विजयी हुए | तब राजा साहब ने माता के पास जाकर प्रणाम कर वापिस महल की ओर आने लगे वहां वृधा का रूप लेकर कड़ी माता भी राजा साहब के पीछे पीछे आने लगी तब रजा साहब को अदृश्य शक्ति का अनुभव हुआ | राजा साहब के निवेदन पर माता जी सांग में बैठ कर फिंगेश्वर राज महल आयी | वह आदर सम्मान पूर्वक वृधा...

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