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सपने क्यों आते है sapne kyon aate hai

 सपने मन की एक विशेष अवस्था होते हैं, जिसमें वास्तविकता का आभास होता है. स्वप्न न तो जागृत अवस्था में आते हैं न तो निद्रा में बल्कि यह दोनों के बीच की की तुरीयावस्था में आते हैं.  सपने वास्तव में निद्रावस्था में मस्तिष्क में होने वाली क्रियाओं का परिणाम है। कुछ लोगों का कहना है कि उन्हें सपने नहीं दिखाई देते, लेकिन कुछ दूसरे लोगों का कहना है कि उन्हें बहुत सपने दिखाई देते हैं। वैज्ञानिक अध्ययनों के अनुसार निद्रावस्था में हर व्यक्ति को रोजाना दो-तीन बार सपने आते हैं। सपने की घटनाएँ कुछ लोगों को याद रहती हैं, तो कुछ लोग सपने की घटनाओं को भूल जाते हैं। सपनों के विषय में लोगों के कई मत हैं। वैसे तो स्वप्न शास्त्र के अनुसार हर सपना आने का एक मतलब होता है कभी-कभी हमें ऐसे सपने आते हैं जिसके बाद हम सो नहीं पाते और ऐसा लगता है मानो कि सपना नहीं वास्तव में कोई हकीकत है। तो वहीं कई लोगों के साथ ऐसा भी होता है कि उन्हें हर रात डरावने सपने आते हैं और समय हमेशा यही डर लगता है कि अगर वैसा ही सपना दोबारा आया तो। सपने का मतलब ,जाने क्या कहते है आपके सपने, हर सपने आपको करता है कुछ इशारा इ...

छोटे दुकानदारों को कैसे मिलेगा लोन LOAN LOAN PMSVANIDHI

  PM SVANidhi:  छोटे दुकानदारों ,रोड किनारे ठेली लगाने   वालों की आर्थिक मदद के लिए लॉन्च की गई प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि (PM SVANidhi) योजना के तहत आए आवेदनों ने 5 लाख का आंकड़ा पार कर लिया है. स्कीम को 2 जुलाई 2020 को लॉन्च किया गया था , पीएम स्वनिधि के अंतर्गत 42  लाख से अधिक लोन मंजूर कर दिए गए हैं.जिसमे 8  लाख से भी ज्यादा लोगो ने लोन की सारी  क़िस्त जमा कर दिया है।   आज 1  साल हो गए इस योजना को लांच हुए,   PM स्वनिधि स्कीम को आवास व शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा आत्मनिर्भर भारत अभियान के हिस्से के रूप में लॉन्च किया गया है. कोविड19 लॉकडाउन के कारण व्यवसाय में नुकसान का सामना कर रहे ठेली रेहड़ी -पटरी   वालों व छोटे मोटी दुकान वालों को अपना कारोबार फिर से खड़ा करने में मदद के लिए यह स्कीम लाई गई. सड़क किनारे ठेले या रेहड़ी-पटरी पर दुकान चलाने वालों, फल-सब्जी, लॉन्ड्री, सैलून और पान की दुकानें लगाने वाले भी पीएम स्वनिधि के तहत लोन ले सकते हैं. हालांकि इसके लिए शर्त है कि वेंडर्स 24 मार्च 2020 या उ...

काठगढ़ महादेव मंदिर – यहां है आधा शिव आधा पार्वती रूप शिवलिंग (अर्धनारीश्वर शिवलिंग) kaathgarh mahadev mandir

  Kathgarh Mahadev History in Hindi  : हिमाचल प्रदेश की भूमि को देवभूमि भी कहा जाता है। यहां पर बहुत से आस्था के केंद्र विद्यमान हैं। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के इंदौरा उपमंडल में काठगढ़ महादेव का मंदिर स्थित है।  यह विश्व का एकमात्र मंदिर है जहां शिवलिंग ऐसे स्वरुप में विद्यमान हैं जो दो भागों में बंटे हुए हैं अर्थात मां पार्वती और भगवान शिव के दो विभिन्न रूपों को ग्रहों और नक्षत्रों के परिवर्तित होने के अनुसार इनके दोनों भागों के मध्य का अंतर घटता-बढ़ता रहता है। ग्रीष्म ऋतु में यह स्वरूप दो भागों में बंट जाता है और शीत ऋतु में पुन: एक रूप धारण कर लेता है। शिव पुराण में वर्णित कथा (Story of Shiv Purana) शिव पुराण की विधेश्वर संहिता के अनुसार पद्म कल्प के प्रारंभ में एक बार ब्रह्मा और विष्णु के मध्य श्रेष्ठता का विवाद उत्पन्न हो गया और दोनों दिव्यास्त्र लेकर युद्ध हेतु उन्मुख हो उठे। यह भयंकर स्थिति देख शिव सहसा वहां आदि अनंत ज्योतिर्मय स्तंभ के रूप में प्रकट हो गए, जिससे दोनों देवताओं के दिव्यास्त्र स्वत: ही शांत हो गए। ब्रह्मा और विष्णु दोनों उस स्तंभ के आदि-अ...

छत्तीसगढ़ के इस मंदिर में दूर दूर से आते है संतान प्राप्ति के लिए , chhattisgarh ke is mandir me dur dur se aate hai santan prapti ke liye

छत्तीसगढ़ के इस मंदिर में दूर दूर से आते है  संतान प्राप्ति के लिए , chhattisgarh ke is mandir me dur dur se aate hai santan prapti ke liye   छत्तीसगढ़ अपनी पुरातात्विक सम्पदा के कारण आज भारत ही नहीं बल्कि विश्व में भी अपनी एक अलग ही पहचान बना चुका है। यहाँ के 15000 गांवों में से 1000 गांव में कही न कही प्राचीन इतिहास के साक्ष्य आज भी विद्ययामान है। जो कि छत्तीसगढ़ के लिए एक गौरव की बात है इसी प्रकार का प्राकृतिक एवं धार्मिक व पुरातात्विक स्थल रमई पाठ सोरिद खुर्द ग्राम में है विध्यमान है जो विश्व भर में संतान प्राप्ति के लिए विख्यात है रामायण काल से जुडी है इस स्थान की कहानी :- माँ रमई पाठ धाम की कहानी रामायण काल से जुडी है यहाँ के पुराने बुजुर्ग लोग बताते है की रामायण काल में जब भगवन राम ने अपने प्रजा के सुख के लिए अपने सुख का त्याग कर माता सीता को वन में छोड़ दिया था तब भगवान श्री राम के अनुज लक्ष्मण जी माता सीता को सोरिद खुर्द के जंगल में छोड़ा था तब यहाँ माता सीता के साथ कोई नहीं था , जब माता सीता को प्यास लगी थी तब लक्ष्मण जी शक्ति बाण चलाकर माता गंगा को माता सीता...

बुरी नजर के सफल १० अचूक रामबाण टोटके buri najar ke safal 10 achuk ramban totke

 नमस्कार दोस्तों आज मैं आपके लिए लाया हूं नजर उतारने के १० अचूक रामबाण टोटके  दोस्तों आज के दौर में हर कोई एक दूसरे के पैर  खींचने में लगा हुआ है , चाहे  वो अपने हो या पराये , ये कहा नहीं जा सकता कब किसकी बुरी नजर लगी , बचे ही नहीं बड़ो को भी बुरी नजर लग जाती है , घर पर बुरी नजर लग जाती है , आपके कारोबार पर ,दुकान में गाहको का आना काम हो जाता है , कई बार नजर का दोष ऐसे होता है की  ग्राहक तो आते है दुकान  पर आके बिना कुछ लिए  खाली  हाँथ वापस चले जाते है लोग माने  या न माने  पर टोन टोटके बुरी नजर जैसी चीजे आज भी दुनियां में होती है , क्योंकि अगर हम भगवन को मानते है की वो इस दुनिया में आज भी विद्यमान है , तो आपको शैतान को भी मानना पड़ेगा की बुरी शक्तियां भी होती है , क्योंकि सत्य है तो असत्य भी है पुण्य है तो पाप भी है , दोस्तों किसी ने नजर लगाया हो तो ये  नहीं की वो टोने टोटके जनता हो नजर लगाने वाला कोई भी सकता है वो आपके अपने भी हो सकते है ,क्योंकि बुरी नजर घृणा से पैदा होती है ये शक्ति हर किसी में वि...

त्राटक क्या है जाने विस्तार से (What is Tratak?)

भारत में हठयोग प्रसिद्ध और प्रमाणिक रहा है, हठयोग प्रदीपिका में त्राटक को योग के छः  कर्मों में से एक कर्म कहा गया है, जीवन में पूर्ण सफलता और सिद्धि प्राप्त करने के लिए शरीर शुद्धि आवश्यक है परंतु प्राणायाम के माध्यम से यह शरीर शुद्धि देर  से होती है अतः इस शरीर शुद्धि के लिए हठयोग में प्रचलित षट्कर्मो  का उपयोग किया जाता है|  षट्कर्म के प्रकार निम्नानुसार है  १. वस्ति  २.धौति  ३.नौलि  ४.नेति  ५.कपालभारती  ६.त्राटक  वस्ति क्रिया  -   वस्ति  गुदा द्वारा पानी चढ़ाकर पेट तथा अँतड़ियों को साफ करने की क्रिया वस्ति क्रिया को वस्ति क्रिया कहते है |  धौति  धौति  15 हाथ लंबे तथा चार अंगुल चौड़े  पतले मलमल के कपड़े को पानी में भिगोकर   उसे मुंह के  द्वारा अंदर कर कफ  साफ करने की क्रिया को धौति  कहते हैं |  नौलि नौलि  पद्मासन लगाकर रेचक-कुंभक प्राणायाम करके मनोबल द्वारा नाभि को घुमाने की क्रियाको नौलि कहा जाता है  नेति  जल नेति क्रिया...

स्मरण शक्ति बढ़ाने के उपाय,दिमाग तेज कैसे करें Ways to increase memory

आज के इस आधुनिक युग  में हर  व्यक्ति दूसरो से आगे निकलना चाहता है, लेकिन  इसके लिए आपका मस्तिष्क भी दूसरो की अपेक्षा काफी अधिक बलवान  होना चाहिए अर्थात जीवन में  आगे बढऩे के लिए तेज दिमाग  होना बहुत ही  आवश्यक है । यदि आपकी बुद्धि तेज  है, तो आप किसी भी बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान सरलता से कर सकते हैं | चाणक्य और महान वैज्ञानिक    आइंस्टीन आदि कोई विशेष दिमाग लेकर पैदा नहीं हुए थे, उनमें और साधारण मनुष्यों में यह अंतर था, कि वह अपने दिमाग को अन्य लोगो से अधिक प्रयोग करना जानते थे | यदि आप भी अपना दिमाग अन्य व्यक्तियों से ज्यादा   तेज करना चाहते है, तो आप इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ते रहिये |  अपनें दिमाग को बेहतर बनानें के लिए आपको मानसिक रूप से स्वास्थ रहना अत्यंत आवश्यक है | इसके लिए आप यह उपाय कर सकते है प्राणायाम   प्राणायाम एक योग है , यह केवल आपके दिमाग को ही तेज नहीं करता  अपितु ये आपके शरीर से कई सारे  रोगो का नाश   करता है ,योग  से आपके शरीर ...