नमस्कार दोस्तों क्या आपको पता है की आप अपने कंप्यूटर या मोबाइल से से किसी दुसरे व्यक्ति के कंप्यूटर या मोबाइल को यूज़ कर सकते है ,डाटा ट्रांसफर कर सकते हैं, अगर आपको पता है तो अच्छी बात है, अगर आपको नहीं पता तो आप ये पोस्ट ध्यान से पढ़े बहुत काम का ट्रिक्स है दोस्तों कई बार ऐसा होता है की हमारे किसी दोस्त या किसी पहचान के व्यक्ति के कंप्यूटर में कोई खराबी आती है और वो हमसे हेल्प मांगते है पर उस वक़्त हम व्यस्त या दूर होने की वजह से जा नहीं पाते या हम कंप्यूटर से सम्बंधित कोई प्रसिक्षण देते है तो हम इसका उपयोग कर सकते है और यह उपयोग करने में भी आसान है इस सॉफ्टवेर का नाम है Anydesk दोस्तों यह सॉफ्टवेर जब हम इनस्टॉल करते है तो हमें एक कोड मिलता है जिसके द्वारा हम दुसरे कंप्यूटर से संपर्क कर सक्तरे है यह कोड में कुछ अंक होते है तो कुछ शब्द होते है तो ऐसे में यह कोड याद रखना मुस्किल होता है , तो हमारे पास इसका भी उपाय है की आप इस कोड को अपने समझ के मुताबिक बना सके जब आप यह सॉफ्टवेर इनस्टॉल करते है तो वहा पर आपको Ragistration करना पड़ेगा तो वहा पर आप अपना नाम डाल सकते है , इसको चलाना बहुत ही आसन है आप किसी के कंप्यूटर में कनेक्ट होने के लिए कोड डाले और कनेक्ट बटन को दबाये , फिर आप देखे जादू हो गए आप कनेक्ट Anydesk सॉफ्टवेर को डाउनलोड करने के लिए क्लिक करे
मौली माता मंदिर फिंगेश्वर जिनके चमत्कार के बारे में शायद ही आपको पता होगा ( the mauli mata tempale fingeshwar)
मौली माता गोड़वाना राज फिंगेश्वर नगर के पश्चिम दिशा में विराजित माँ मौली माता का विशाल मन्दिर प्रांगण है | मौली माता फिंगेश्वर राज में सभी वर्ग विशेष की आराध्य देवी है | माता के दर्शन हेतु भक्तगण माता के दरबार से कभी खली हांथ वापस माहि होते शक्ति स्वरुप माँ मौली देवी क्षेत्र के जन मानस में रची बसी है | पौराणिक मान्यता व पुजारी सोभा राम भंडारी के अनुसार फिंगेश्वर राज का राजा ठाकुर दलगंजन सिंह यात्रा में जा रहे थे तभी अचानक हमलावरों ने आक्रमण कर दिया वाही मौली माता एक बुधिया के रूप में आयी वहा राजा ठाकुर दलगंजन सिंह हमलावरों से घिर गए थे की अचानक माता जी का साक्षात्कार हुआ , माता मौली का मूर्ति रूप माता जी की कुछ इशारा पते ही रजा साहब उठ खड़े हुए और हमलावरों के साथ युद्ध किया और विजयी हुए | तब राजा साहब ने माता के पास जाकर प्रणाम कर वापिस महल की ओर आने लगे वहां वृधा का रूप लेकर कड़ी माता भी राजा साहब के पीछे पीछे आने लगी तब रजा साहब को अदृश्य शक्ति का अनुभव हुआ | राजा साहब के निवेदन पर माता जी सांग में बैठ कर फिंगेश्वर राज महल आयी | वह आदर सम्मान पूर्वक वृधा...
बहुत ही सुंदर पोस्ट लिखे हो आप
जवाब देंहटाएंVery usful trick
हटाएंvery usefull
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